यदि वृत्ताकार पथ में गति करते हुए किसी पिंड (वस्तु) की चाल $10 \; ms ^{-1}$ है और यह अचर बनी रहती है तो, निम्नांकित में से कौनसा आलेख, त्वरण तथा त्रिज्या के बीच सम्बन्ध का ठीक (सही) चित्रण करता है ?
एक गेंद, जिसका द्रव्यमान $0.1$ किग्रा है, एक डोरी से लटकी हुयी है। उसे $60°$ के कोण तक विस्थापित करके छोड़ दिया जाता है। जब गेंद अपनी मध्यमान स्थिति पर आती है, तो डोरी में तनाव ........ $N$ होगा
$m$ द्रव्यमान का एक गोलाकार पिण्ड $l$ लम्बाई की डोरी से बाँधकर क्षैतिज वृत्ताकार मार्ग पर $v$ चाल से घुमाया जा रहा है। इसे पूर्ण क्षैतिज वृत्त में घुमाने हेतु किया गया कार्य होगा
$10 \,kg$ तथा $5\, kg$ की दो वस्तुयें क्रमश: $R$ तथा $r$ त्रिज्या के संकेन्द्रीय वृृत्तों में समान आवर्तकाल से गति कर रही हैं। उनके अभिकेन्द्रीय त्वरण का अनुपात होगा
एक वस्तु $100 \,m$ त्रिज्या के वृत्त में $31.4\, m/s $ की नियत चाल से गति कर रही है। एक पूर्ण चक्कर लगाने पर उसकी औसत चाल ....... $m/s$ होगी
एक कण वृत्तीय गति कर रहा है। कण का त्वरण होगा