यदि ${10^{ - 12}}$ कूलॉम आवेश वाला एक कण $\hat x - $  दिशा में ${10^5}\,m/s$ के वेग से चलने पर चुम्बकीय क्षेत्र के कारण  $\hat y - $ दिशा में ${10^{ - 10}}\,$ न्यूटन के बल का अनुभव करें तो न्यूनतम चुम्बकीय क्षेत्र होगा

  • A

    $6.25 \times {10^3}\,tesla$ $\hat z - $ दिशा में

  • B

    ${10^{ - 15}}\,tesla$ $\hat z - $ दिशा में

  • C

    $6.25 \times {10^{ - 13}}\,tesla$ $\hat z - $ दिशा में

  • D

    ${10^{ - 3}}\,tesla$ $\hat z - $ दिशा में

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एक इलेक्ट्रॉन एक चुम्बकीय क्षेत्र में प्रवेश करता है। यदि चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा इलेक्ट्रॉन के वेग के लम्बवत् है, तो

एक आवेश $+ Q$ ऊध्र्व दिशा में ऊपर की ओर गतिशील है। यह आवेश किसी चुम्बकीय क्षेत्र में जाता है जिसकी दिशा उत्तर की ओर है। आवेश पर आरोपित बल की दिशा होगी

एक इलेक्ट्रॉन एकसमान वेग से धनात्मक $x$-दिशा में गति करते हुए एक समरूप चुम्बकीय क्षेत्र में प्रवेश करता है। इस चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा धनात्मक $y$-दिशा में है। इलेक्ट्रॉन पर कार्यरत बल की दिशा होगी

द्रव्यमान $m$ तथा आवेश $q$ का एक कण

$\overrightarrow{ E }=2 \hat{ i }+3 \hat{ j } ; \quad \overrightarrow{ B }=4 \hat{ j }+6 \hat{ k } \text {. }$

द्वारा दिये गये विधुत एवं चुम्बकीय क्षेत्र में है। इस आवेश को मूलबिन्दु से बिन्दु $P ( x =1 ; y =1)$ तक एक सीधी रेखा के पथ के अनुगत विस्थापित करते हैं। किये गये कुल कार्य का परिमाण है।

  • [JEE MAIN 2019]

समान गतिज ऊर्जा के ${H^ + },\,H{e^ + }$ तथा ${O^{ +  + }}$ आयन एक ऐसे क्षेत्र से होकर गुजरते हैं जहाँ एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र $B$ आयन के वेग के लम्बवत् हैं। आयन ${H^ + },\,H{e^ + }$ तथा ${O^{ +  + }}$ के द्रव्यमान क्रमश: $1:4:16 $ के अनुपात में है। परिणामस्वरुप