स्प्रिंग् वाली घड़ी को चन्द्रमा की सतह पर ले जाने से यह
तेज चलेगी
धीमी चलेगी
कार्य नहीं करेगी
कोई परिवर्तन नहीं दिखाती
किसी घर्षण-रहित पृष्ठ (frictionless surface) पर, $m_1$ और $m_z$ द्रव्यमान (mass) के दो पिंडों को एक $k$ स्पिंग स्थिरांक (constant) वाले स्प्रिंग के साथ जोड़ा गया है। यदि उन द्रव्यमानँ को दूर खीचकर छोड विया जाए तो उनके दोलन का आवर्तकाल (time period of oscillation) क्या होगा ?
चार द्रव्यमान रहित स्प्रिंगों के बल नियतांक क्रमश: $2k, 2k, k$ एवं $2k$ हैं। ये चित्रानुसार घर्षण रहित तल पर स्थित एक द्रव्यमान $M$ से जुड़ी है। यदि द्रव्यमान $M$ को क्षैतिज दिशा में विस्थापित कर दिया जाये तब दोलनों का आवर्तकाल होगा
$M_1$और $M_2$ दो द्रव्यमान $K$ नियतांक वाली किसी द्रव्यमान विहीन स्प्रिंग से चित्र में दिखाये अनुसार लटके हैं। संतुलन की अवस्था में, निकाय को प्रभावित न करके यदि $M_1$ को धीरे से हटा लिया जाये तो दोलन का आयाम होगा
एक नगण्य द्रव्यमान की स्प्रिंग से $m$ द्रव्यमान को ऊध्र्वत: लटकाया गया है, यह निकाय $n$ आवृत्ति से दोलन करता है। निकाय की आवृत्ति क्या होगी यदि उसी स्प्रिंग से $4m$ द्रव्यमान लटका दिया जाए
एक $6.4\, N$ के बल द्वारा एक ऊध्र्वाधर स्प्रिंग की लम्बाई में $0.1 \,m$ की वृद्धि होती है। ऊध्र्वाधर स्प्रिंग से कितना .... $kg$ द्रव्यमान लटकाया जाये ताकि यह $\left( {\frac{\pi }{4}} \right)sec$ के आवर्तकाल से दोलन करे