रेडियम की अर्द्ध-आयु $77$ दिन है। इसका क्षय नियतांक (दिन में) में होगा
$3 \times {10^{ - 13}} /$दिन
$9 \times {10^{ - 3}} /$दिन
$1 \times {10^{ - 3}} /$दिन
$6 \times {10^{ - 3}} /$दिन
यदि $30^{\circ}$ मिनिट अर्द्आयु का एक रेडियोएक्टिव तत्व बीटा क्षय के अन्तर्गत हो तो $90 \mathrm{~min}$ के बाद बचे अक्षय रेडियो एक्टिव तत्व का अंश होगा:
$^{66}Cu$ के शुद्ध प्रतिदर्श से प्रारम्भ करने पर $15$ मिनट में इसके अपने मूल का $\frac{7}{8}$ भाग $Zn$ में क्षयित हो जाता है तदनुरूपी अर्धायु .......... मिनट है
दो रेडियोधर्मी नाभिकों, $A$ तथा $B$, की अर्धआयु क्रमशः $10$ minutes तथा $20$ minutes है। यदि एक नमूने में आरम्भ में दोनों नाभिकों की संख्या बराबर है तो $60$ minutes पश्चात् $A$ तथा $B$ के क्षयित नाभिकों की संख्या का अनुपात होगा।
$\alpha$ -क्षयित हो रहे किसी रेडियोएक्टिव नमूने की अर्धायु $1.4 \times 10^{17}\, s$ है । यदि इस नमूने में नाभिकों की संख्या $2.0 \times 10^{21}$ है, तो इस नमूने की सक्रियता है, लगभग
दिये गये एक क्षण, $t =0$ पर दो रेडियोधर्मी पदार्थों $A$ तथा $B$, की सक्रियता बराबर है। समय $t$ के पश्चत्, इनकी सक्रियता का अनुपात $\frac{ R _{ B }}{ R _{ A }}$ समय $t$ के साथ $e ^{-3 t }$ के अनुसार घटता है। यदि $A$ की अर्धआयु $\ln 2$ है, तो $B$ की अर्धआयु होगी।