यदि ${90^o}$ कोण पर प्रकीर्णित कण $56$ हों तो ${60^o}$ कोण पर यह होंगे
$224$
$256$
$98$
$108$
हाइड्रोजन परमाणु के स्पेक्ट्रम में, लाइमन श्रेणी में सबसे बड़ी तरंगदैध्र्य एवं बामर श्रेणी में सबसे बड़ी तरंगदैध्र्य का अनुपात है
नीचे दिया गया चित्र एक निश्चित परमाणु के $4E$ ऊर्जा स्तर से $E$ ऊर्जा स्तर में संक्रमण को दर्शाता है। उत्सर्जित फोटॉन की तरंगदैध्र्य $\lambda_1$ है। $\frac{7}{3}E$ से $E$ ऊर्जा स्तर में संक्रमण से उत्सर्जित फोटॉन की तरंगदैध्र्य $\lambda _2$ है तब $\frac{{{\lambda _1}}}{{{\lambda _2}}}$ का मान है
तेज गति वाले $\alpha-$कण पुंज एक पतली सोने की फिल्म पर गिरते हैं। निम्न चित्र में पुंज के आपतित भाग $A, B$ और $C$ के सापेक्ष संचरित व परावर्तित भाग $A', B'$ और $C'$ प्रदर्शित हैं। $\alpha$-कणों की संख्या
एक नाभिक की त्रिज्या $r _0 A ^{1 / 3}$ द्वारा दी जाती है, जहाँ $r _0=1.3 \times 10^{15} \,m$ एवं $A$ नाभिक की द्रव्यमान संख्या है। सीसा (lead) के नाभिक के लिए $A$ $=206$ | इस नाभिक में दो प्रोटानों के बीच का स्थिरविद्युत बल का मान ......... $N$ निम्न के निकट होगा
$\frac{1}{2} m v^{2}$ ऊर्जा का एक अल्फा कण-नाभिक, $Z e$ आवेश के एक भारी नाभिकीय लक्ष्य पर टकराता है। अल्फा-नाभिक के लिये समीपतम पहुँचने की दूरी, निम्नांकित में किसके अनुक्रमानुपाती होगी?