यदि एक संधारित्र का आवेश $2\,C$ से बढ़ता है तो इसमें संचित ऊर्जा $44\, \%$ से बढ़ती है। संधारित्र पर मूल आवेश ज्ञात कीजिए (कूलाम में)

  • [JEE MAIN 2022]
  • A

    $10$

  • B

    $20$

  • C

    $30$

  • D

    $40$

Similar Questions

$\mathrm{C}$ धारिता तथा $\mathrm{V}$ विभव के एक संधारित्र की ऊर्जा $\mathrm{E}$ है। इसे $2 \mathrm{C}$ धारिता तथा $2 \mathrm{~V}$ विभव के दूसरे संधारित्र से जोड़ा जाता है। तब ऊर्जा ह्वास $\frac{x}{3} \mathrm{E}$ हैं, जहाँ $x$ का मान $\qquad$ है।

  • [JEE MAIN 2024]

${C_0}$ धारिता के समान्तर प्लेट संधारित्र को ${V_0}$ वोल्ट तक आवेशित किया गया है

$(i)$   बैटरी हटा कर प्ले$\frac{{{q^2}}}{{2C}}$टों के बीच दूरी दुगनी करने पर संचित ऊर्जा ${E_1}$ है।

$(ii)$ बैटरी बिना हटाये प्लेटों के बीच दूरी दुगनी करने पर संचित ऊर्जा ${E_2}$ है। तो ${E_1}/{E_2}$ का मान है

$5\,\mu \,F$ धारिता वाले एक संधारित्र को $20\, kV$ के $d.c.$ स्रोत से जोड़ा गया है। संधारित्र को आवेशित करने के लिये आवश्यक ऊर्जा .......$kJ$ है

आरेख में दर्शाए अनुसार $2\, \mu F$ धारिता के किसी संघारित्र का आवेशन किया गया है । जब स्विच $S$ को सिथिति $2$ पर घुमाया जाता है, तो इसमें संचित ऊर्जा का प्रतिशत क्षय होगा :

  • [NEET 2016]

समान्तर प्लेट संधारित्र पर आवेश $q$ है। यदि बल लगाकर प्लेटों के मध्य दूरी दुगनी कर दी जाये तो बल द्वारा किया गया कार्य होगा