एक विशिष्ट प्रयोग में प्रकाश-विध्यूत प्रभाव की अंतक वोल्टता $1.5 \,V$ है। उत्सर्जित प्रकाशिक इलेक्ट्रोंनों की उच्चतम गतिज ऊर्जा कितनी है?
$450 nm$ तरंगदैध्र्य वाले फोटॉन की ऊर्जा होगी
एक स्त्रोत $S_{1}$ प्रति सेकंड $5000\;\mathring A$ तरंगदैर्ध्य के $10^{15}$ फोटॉन उत्पन्न करता है। एक अन्य स्त्रोत $S_{2} .5100 \;\mathring A$ तरंगदैर्ध्य के $1.02 \times 10^{15}$ फोटॉन प्रति सेकण्ड उत्पन्न करता है, तो $(S_{2}$ की शक्ति)/$(S_{1}$ की शक्ति) का मान होगा
दो धातुओं $\mathrm{A}$ एवं $\mathrm{B}$ को $350 \mathrm{~nm}$ तरंगदैर्ध्य वाले विकिरण से प्रदीप्त किया जाता है। धातुओं $\mathrm{A}$ एवं $\mathrm{B}$ का कार्यफलन $4.8\ \mathrm{eV}$ एवं $2.2 \ \mathrm{eV}$ है तो सही विकल्प चुनें :
कोई छोटी वस्तु जो कि विश्राम अवस्था में है, ये $20 \mathrm{~mW}$ शक्ति वाली प्रकाश स्पन्द को $300 \mathrm{~ns}$ के समयान्तराल तक अवशोषित करती है। माना प्रकाश की चाल $3.6 \times 10^6 \mathrm{~m} / \mathrm{s}$ है, वस्तु का संवेग $........\times 10^{-17} kg\,m / s$हो जाएगा :