प्रकाश विद्युत प्रयोग में निम्न में से क्या आपतित विकिरणों की तीव्रता पर निर्भर करता है
सतह का कार्यफलन
प्रकाश विद्युत धारा
निरोधी विभव का घटना
प्रकाश इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा
$160$ वॉट के एक अवरक्त (Infrared) स्त्रोत से $50000 \,\mathring A$ तरंगदैर्घ्य की किरणें एक समान रूप से चारो ओर प्रसारित हो रही है। $1.8$ मीटर दूरी पर फोटोन फ़्लक्स ........... $m ^{-2} s ^{-1}$ होगा?
एक रेडियो ट्रॉन्समीटर $198.6$ मीटर तरंगदैध्र्य पर $1kW$ शक्ति उत्सर्जित करता है। प्रतिसैकण्ड उत्सर्जित फोटॉनों की संख्या है
एक प्रकाश उत्सर्जक सेल में कार्यकारी तरंगदैर्ध्य $\lambda $ है एवं सबसे तेज इलेक्ट्रॉन का वेग $v$ है। यदि उत्तेजित तरंगदैर्ध्य बदलकर $\frac{{3\lambda }}{4}$ हो जाये तो सबसे तेज इलेक्ट्रॉन का वेग होगा
सीजियम $(Cs)$,पोटैशियम $(K)$ तथा सोडियम $(Na)$का कार्यफलन क्रमशः $2.14\,eV,2.30\,eV$ तथा $2.75\,eV$ है। यदि आपतित वैद्युतचुंबकीय विकिरण की ऊर्जा $2.20\,eV$ है, इनमें से कौन सी प्रकाशसुग्राही सतह, प्रकाश इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित कर सकता है :
प्रकाश-विधुत प्रभाव में आपतित फोटॉन की तरंगदैर्ध्य $\lambda$ है। तथा निरोधी विभव $V_0$ है। $V_0$ का $\lambda$ तथा $1 / \lambda$ के साथ सही ग्राफ है (है)