यदि किसी समान्तर श्रेणी के $10$ पदों का योगफल इसके $5$ पदों के योगफल से $4$ गुना है, तो प्रथम पद व सार्वअन्तर का अनुपात है
$1:2$
$2:1$
$2:3$
$3:2$
माना $a_{1}, a_{2}, a_{3}, \ldots ., a_{49}$ एक समांतर श्रेढ़ी में ऐसे है कि $\sum_{k=0}^{12} a_{4 k+1}=416$ तथा $a_{9}+a_{43}=66$ है। यदि $a_{1}^{2}+a_{2}^{2}+\ldots . .+a_{17}^{2}=140\, m$ है, तो $m$ बराबर है
किसी बहुभुज के अन्त: कोण समान्तर श्रेणी में हैं। यदि सबसे छोटा कोण ${120^o}$ और सार्वअन्तर $5^o$ है, तो भुजाओं की संख्या होगी
$250$ से $1000 $ तक की संख्यायें जो $3$ से विभाजित हों, का योग होगा
यदि $A$, दो संख्याओं का समान्तर माध्य हो और $S$, उन दो संख्याओं के बीच $n$ समान्तर माध्यों का योग हो, तो
माना तीन अंक $a, b, c$ $A.P.$ में हैं। इनमें से प्रत्येक अंक को तीन बार प्रयोग कर $9$ अंको की संख्याएँ इस प्रकार बनाई जाती है कि तीन क्रमागत संख्याएँ कम से कम एक बार $A.P.$ में हो। इस प्रकार की कितनी संख्याएँ बनाई जा सकती है ?