किसी डोरी में उत्पन्न दोलनों को दो गुना करने के लिए इसके तनाव को करना चाहिए
आधा
दो गुना
चार गुना
आठ गुना
किसी सोनोमीटर तार के कम्पनों की मूल आवृत्ति $n$ है यदि डोरी का तनाव और व्यास दो गुने कर दिये जायें एवं डोरी का घनत्व आधा कर दिया जाये तो मूल आवृत्ति हो जायेगी
एक $7$ मी. लम्बी डोरी का द्रव्यमान $0.035\,kg$ है। यदि डोरी में तनाव $60.5 N$ है तब डोरी पर तरंग का वेग .... $m/s$ होगा
एक सोनोमीटर तार के कम्पनों की मूल आवृत्ति $n$ है यदि इसकी त्रिज्या दोगुनी कर दें और तनाव आधा कर दें तथा पदार्थ समान रहे तो मूल आवृत्ति होगी
यदि किसी तनी हुयी डोरी की लम्बाई $40\%$ कम कर दी जाये तथा तनाव $44\%$ बढ़ा दिया जाये तो अंतिम तथा प्रारम्भिक मूल आवृत्तियों का अनुपात है
धनात्मक $x-$ दिशा में गतिमान तरंग $y = A\sin (\omega \,t - kx)$ द्वारा प्रदर्शित हैं। यह एक दृढ़ सिरे से इस प्रकार परावर्तित होती है कि $80\%$ आयाम ही परावर्तित होता है। परावर्तित तरंग का समीकरण होगा