रेडियोसक्रिय अभिक्रिया $_{92}{X^{232}}{ \to _{82}}{Y^{204}}$ में उत्सर्जित $\alpha - $ कणों की संख्या है
$7$
$6$
$5$
$4$
${n_\alpha } = \frac{{A – A'}}{4}$$ = \frac{{232 – 204}}{4} = 7$
दो कण जिनके अर्द्ध-आयुकाल क्रमश: $1620$ और $810$ वर्ष हैं, के एक साथ उत्सर्जन से रेडियोएक्टिव पदार्थ क्षय होता है। पदार्थ की $1/4$ मात्रा के बचने लिये समय (वर्षो में) होगा
यदि किसी रेडियोएक्टिव तत्व की अर्द्धआयु $3$ घण्टे है, तो $9$ घण्टों के बाद इसकी सक्रियता हो जायेगी
$\frac{3}{4}$ सैकेण्ड में एक रेडियोधर्मी प्रतिदर्श के $\frac{3}{4}$ सक्रिय नाभिक विघटित हो जाते हैं, तो प्रतिदर्श की अर्द्धआयु है
$1.6 \times 10^{-26} \,kg$ द्रव्यमान एवं $6.9$ सेकंड अर्ध आयु के ढेर सारे कण $0.05 \,eV$ की गतिज ऊर्जा से गतिमान है। $1 \,m$ की दूरी तय करने में कणों का कितना अंश क्षय हो जाएगा?
रेडियम का अर्धआयु काल लगभग $1600$ वर्ष होता है। रेडियम के जिस टुकड़े का आज द्रव्यमान $100$ ग्राम है वह कितने …………. वर्ष पश्चात् $25$ ग्राम शेष रह जायेगा
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