एक सोनोमीटर तार के मुक्त सिरे से $50.7 kg$ द्रव्यमान लटकाने से उसमें तनाव उत्पन्न होता है। लटके हुये द्रव्यमान का आयतन $0.0075\, m^3$ है एवं तार के कम्पनों की मूल आवृत्ति $260 Hz$ है यदि लटके हुये द्रव्यमान को पूर्णत: जल में डुबो दिया जाये तो मूल आवृत्ति हो .... $Hz$ जायेगी ($g = 10 ms{^{-2}}$)
$240$
$230$
$220$
$200$
स्थायी सिरों के बीच एक सोनोमापी तार की कुल लम्बाई $110 \;cm$ हैं। इसकी लम्बाई को अनुपात $6: 3: 2$ में विभाजित करने के लिये दो सेतु रखे गये हैं। तार में तनाव $400\; N$ हैं और प्रति इकाई लम्बाई, द्रव्यमान $0.01 \;kg / m$ हैं। वह न्यूनतम उभयनिष्ठ आवृत्ति, जिससे कि तीनों भाग कम्पन कर सकेंगें, हैं
एक $30\,cm$ लम्बा तार दो स्तिर आधारों के बीच खींचा हुआ है, जिसकी $n$ वीं एवं $( n +1)$ वीं संनादी $(harmonics)$ क्रमशः $400\,Hz$ एवं $450\,Hz$ में हैं। यदि तार पर $2700\,N$ की तन्यता है, तो इसका रेखीय द्रव्यमान घनत्व .......$kg / m$ है।
दो तार समान आवृत्ति के मूल स्वर उत्पन्न कर रहे हैं एक की कौनसी राशि को बदलने पर विस्पंद सुनाई नहीं देंगे
एक वाद्य-यंत्र में डोरी की लम्बाई $50 cm$ है तथा इसकी मूल आवृत्ति $800 Hz$ है। $1000 Hz$ की आवृत्ति उत्पन्न करने के लिए डोरी की लम्बाई ..... $cm$ होनी चाहिये
प्रायोगिक सोनोमीटर के समान एक डोरी वाली वाधयंत्र की डोरी को बीच में खींचकर छोड़ा जाता है। यदि किसी सितार की डोरी को सिरे से एक चौथाई लम्बाई पर दबाकर छोड़ा जाये तो उत्पन्न संभावित संनादी होगा