किसी गैस के रुद्धोष्म प्रसारण में प्रारम्भिक तापमान व अन्तिम तापमान क्रमश: $T_1$ व $T_2$ हैं, तो गैस की आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन होता है
$\frac{R}{{\gamma - 1}}({T_2} - {T_1})$
$\frac{R}{{\gamma - 1}}({T_1} - {T_2})$
$R({T_1} - {T_2})$
शून्य
यदि एक रेफ्रिजरेटर का दरवाजा खोल कर रखा जाये, तो निम्न में से क्या सत्य है
एक परमाणविक गैस का यकायक रुद्धोष्म परिवर्तन से आयतन, प्रारम्भिक आयतन का $1/8$ कर दिया जाता है। यदि $\gamma = 5/3$ है, तो गैस दाब हो जाता है
एक आदर्श गैस इन्जिन एक कार्नो चक्र में ${227^o}C$ एवं ${127^o}C$ ताप के बीच कार्यरत है। यह उच्चताप पर $6 × 10^4 \,J$ ऊष्मा अवशोषित करता है। ऊष्मा की वह मात्रा, जो कार्य में परिवर्तित हो जाती है, होगी
एक रुद्धोष्म प्रक्रम में गैस का दाब उसके निरपेक्ष ताप के घन के अनुक्रमानुपाती है। गैस के लिए अनुपात ${C_p}/{C_v}$ होगा
कोई ऊष्मागतिक निकाय आरेख में दर्शाये गये अनुसार चक्रिय प्रक्रम $ABCDA$ पर चलता है। निकाय द्वारा इस चक्र में किया गया कार्य होगा