एक वैद्युतचुंबकीय तरंग के लिए किसी क्षण एक निश्चित स्थान पर, विद्युत क्षैत्र ऋणात्मक $\mathrm{z}$-अक्ष के अनुदिश तथा चुम्बकीय क्षेत्र धनात्मक $\mathrm{x}$-अक्ष के अनुदिश है। तब वैधुतचुंबकीय तरंग के संचरण की दिशा है:
धनात्मक $y$-अक्ष से $45^{\circ}$ के कोण पर
ऋणात्मक $y$-अक्ष
धनात्मक $z$-अक्ष
धनात्मक $y$-अक्ष
एक समतल विधुत चुम्बकीय तरंग में विधुत क्षेत्र व चुम्बकीय क्षेत्र की दिशाएँ क्रमशः $\hat{ k }$ और $2 \hat{ i }-2 \hat{ j }$ की ओर है। तरंग के चलने की दिशा में इकाई वेक्टर है ?
एक समतल वैद्युतचुम्बकीय तरंग में चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{ B }= B _{0} \sin ( k x+\omega t ) \hat{j} T$ है । इसके संगत विद्युत क्षेत्र का सूत्र होगा :
यहाँ $C$ प्रकाश का वेग है।
एक $M$ द्रव्यमान तथा $Q$ धन आवेश का कण, जो $\vec{u}_1=4 \hat{i} ms ^{-1}$ के एकसमान वेग से गतिशील है, एकसमान स्थिर चुम्बकीय क्षेत्र में $x-y$ तल के अभिलम्बवत् है तथा इसका विस्तार क्षेत्र $x=0$ से $x=L$ तक प्रत्येक $y$ के मान के लिए है। इस चुम्बकीय क्षेत्र को यह कण $10$ मिली सैकण्ड में पार कर दूसरी ओर $\overrightarrow{ u }_2=2(\sqrt{3} \hat{ i }+\hat{ j }) ms ^{-1}$ वेग से प्रकट होता है। सही प्रकथन है/ हैं -
$(A)$ चुम्बकीय क्षेत्र $- z$ दिशा में है।
$(B)$ चुम्बकीय क्षेत्र $+z$ दिशा में है।
$(C)$ चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण $\frac{50 \pi M }{3 Q }$ इकाई है।
$(D)$ चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण $\frac{100 \pi M }{3 Q }$ इकाई है।
एक समतल वैद्युत चुम्बकीय तरंग का चुम्बकीय क्षेत्र निम्नवत है :
$\overrightarrow{ B }=2 \times 10^{-8} \sin \left(0.5 \times 10^3 x +1.5 \times 10^{11} t \right) \hat{ j } T$
विद्युत क्षेत्र का आयाम होगा
अपवर्तनांक $1.5$ की एक काँच की पट्टी पर प्रकाश किरण अभिलम्बवत् आपतित होती है। यदि $4\, \%$ प्रकाश परावर्तित होती है तथा आपतित प्रकाश के वैधुत क्षेत्र का आयाम $30 \,V / m$ है तो, काँच के माध्यम में चलने वाली तरंग के विधुत क्षेत्र का आयाम $........\,V/m$ होगा।