जलोय विलयन में कार्बोनिक अम्ल के आयनन स्थिरांक निम्नलिखित हैं
$K_{1}=4.2 \times 10^{-7}$ तथा $K_{2}=4.8 \times 10^{-11}$
संतृप्त $0.034\, M$ कार्बोनिक अम्ल विलयन के लिए दिए गये निम्न कथनों में कौन सत्य है ?
$CO_3^{2-}$ की सांद्रता$0.034\, M.$ है
$CO_3^{2-}$की सान्द्रता $HCO_3^-.$ की सांद्रता से अधिके हे
$H^+$ तथा $HCO_3^-$ की सांद्रताएँ लगभग समान है
$H^+$ की सान्द्रता $CO_3^{2-}.$ सांद्रता से दांगुनी है।
सोडियम बोरेट के एक विलयन की $pH$ लगभग हो सकती है
दुर्बल अम्ल $HA \left( K _{ a }=2.0 \times 10^{-6}\right)$ के $0.01$ मोल को $0.1 M HCl$ के $1.0 L$ में घोला गया है। $HA$ के वियोजन की मात्रा...................$\times 10^{-5}$ है
(निकटतम पूर्णांक में)
[ $HA$ को मिलाने पर आयतन में परिवर्तन को नगण्य मानिए तथा इसकी वियोजन मात्रा $<<1$ ]
$0.006\,M$ बेन्जोइक अम्ल के विलयन की हाइड्रोजन आयन सान्द्रता होगी $({K_a} = 6 \times {10^{ - 5}})$
$0.10\, M$ अमोनिया विलयन की $pH$ की गणना कीजिए। इस विलयन के $50\, mL$ को $0.10\, M$ के $HCl$ के $25.0 \,mL$ से अभिक्रिया करवाने पर $pH$ की गणना कीजिए। अमोनिया का वियोजन स्थिरांक $K_{ b }=1.77 \times$ $10^{-5}$ है।
एक दुर्बल अम्ल $HA,$ के लिए ओस्टवॉल्ड तनुता नियम को व्यक्त करने वाला समीकरण है