वाष्प की गुप्त ऊष्मा $ 536 \,cal/gm$ है तब इसका मान जूल/किग्रा में होगा
$2.25 \times {10^6}$
$2.25 \times {10^3}$
$2.25$
इनमें में से कोई नही
सीसे की एक गोली लक्ष्य से टकराकर विराम अवस्था में आ जाती है। $25\%$ ऊष्मा का शोषण लक्ष्य द्वारा किया जाता है। यदि गोली का प्रारम्भिक ताप $27°C$ है, तो लक्ष्य से टकराते समय गोली का वेग ........ $m/sec$ होगा (सीसे का गलनांक $327°C,$ सीसे का वि. ऊष्मा $0.03\, cal/gm°C$ एवं गलन की गुप्त ऊष्मा $6\, cal/gm$ तथा $J =\, 4.2\, joule/cal)$
दाब ताप अवस्था चित्र (Phase diagram) पर वह बिन्दु जिस पर सभी अवस्थाएं एक साथ उपस्थित होती हैं, कहलाता है
बर्फ के टुकड़े पर दाब बढ़ाकर
वह ताप, जिस पर किसी द्रव का वाष्प दाब, बाह्य दाब (वायु मण्डलीय दाब) के बराबर हो जाता है, होगा
एक पदार्थ के $m \,kg$ द्रव्यमान को इसके गलनांक बिन्दु पर द्रव अवस्था में बनाये रखने के लिए $P$ वॉट शक्ति की आवश्यकता होती है। जब शक्ति सप्लाई बन्द कर दी जाती है, तो पदार्थ $t$ समय में पूर्णत: जम जाता है। पदार्थ की गलन की गुप्त ऊष्मा हो