माना भिन्न पदों वाली समांतर श्रेढ़ी (non-constant $A.P.$) $a _{1}, a _{2}$, $a _{3}, \ldots \ldots \ldots \ldots . . .$ के प्रथम $n$ पदों का योगफल $50 n +\frac{ n ( n -7)}{2} A$ है, जहाँ $A$ एक अचर है। यदि इस समांतर श्रेढ़ी का सार्वअंतर $d$ है, तो क्रमित युग्म $\left( d , a _{50}\right)$ बराबर है $:$
$(A, 50 + 46A)$
$(A, 50 + 45A)$
$(50, 50 + 45A)$
$(50, 50 + 46A)$
यदि ${a_1} = {a_2} = 2,\;{a_n} = {a_{n - 1}} - 1\;(n > 2)$, तब ${a_5}$ है
यदि किसी समांतर श्रेणी का $9$ वाँ पद शून्य हो, तो उसके $29$ वें तथा $19$ वें पदों का अनुपात है
यदि एक समांतर श्रेढ़ी का प्रथम पद $3$ है तथा इसके प्रथम $25$ पदों का योग, इसके अगले $15$ पदों के योग के बराबर है, तो इस समांतर श्रेढ़ी का सार्वअंतर है
पाँच संख्याएँ समान्तर श्रेढी में हैं, जिनका योगफल $25$ तथा गुणनफल $2520$ हैं यदि इन पाँच संख्याओं में से एक $-\frac{1}{2}$ है, तो इनमें सबसे बडी संख्या है
समुच्चय $\{\alpha \in\{1,2, \ldots, 100\}: \operatorname{HCF}(\alpha, 24)=1\}$ के सभी अवयवों का योगफल होगा $..............$