मुंवई को प्रतिवर्ष $1.4 \times 10^{12}$ लीटर जल की आवश्यकता है। मुंवई की प्रभावी पृष्ठ क्षेत्रफल $600$ वर्ग $km$ है तथा यहाँ औसत वार्षिक वर्षा $2.4 \,m$ है। यदि $10 \%$ वर्षा के जल को संरक्षित किया जाए तो, मुंवई में निम्न के वरावर जल की आवश्यकता पूर्ण हो जाएगी :
$1 \%$ of Mumbai's water needs
$10 \%$ of Mumbai's water needs
$50 \%$ of Mumbai's water needs
$100 \%$ of Mumbai's water needs
दो ठोस $ A$ व $B$ जल में तैर रहे हैं। $A$ का आधा आयतन तथा $B$ का $2/3 $ आयतन जल में डूबा है। $A$ व $ B $ के घनत्वों की तुलना करो
$D$ व्यास वाले किसी बेलनाकार पात्र में भरे हुए जल में $ d $ व्यास की एक मोमबत्ती $D $ $(D>>d)$ तैर रही है, जैसा कि चित्र में प्रदर्शित है। यदि मोमबत्ती के जलने की दर $2$ सेमी/घंटा हो, तब मोमबत्ती का शीर्ष भाग
एक अर्धगोलाकार कटोरा $1.2 × 10^3kg/m^3$ घनत्व के द्रव में बिना डूबे तैर रहा है। कटोरे का बाह्य व्यास व घनत्व क्रमश: $1 m$ व $2 × 10^4 kg/m^3$ है। कटोरे का आंतरिक व्यास ........ $m$ होगा
एक ठोस गोला जिसका घनत्व जल के घनत्व से $ \eta ( > 1) $ गुना कम है। गोला, चित्रानुसार एक डोरी की सहायता से किसी पात्र के तली से संलग्न है। यदि गोले का द्रव्यमान $m$ हो, तो डोरी में तनाव होगा
चित्र में अनियमित आकार की एक लंबी पानी की टंकी को दिखाया गया है। CD दीवार, क्षैतिज से $45^{\circ}$ कोण बनाती है। दीवार $AB$ आधार $BC$ के लम्बवत है। $AB$ एवं $CD$ की लंबाई पानी की ऊँचाई $h$ से काफी छोटी है। मान लीजिये कि दीवार $A B$, आधार $B C$ एवं दीवार $C D$ पर दाब क्रमशः $P_1, P_2$ एवं $P_3$ है। पानी का घनत्व $\rho$ एवं गुरुत्वीय त्वरण $g$ है। तब लगभग