$20$ कूलॉम आवेश को $0.2\;cm$ तक लाने में किया गया कार्य $2$ जूल है। दोनों बिन्दुओं के मध्य विभवान्तर है

  • [AIEEE 2002]
  • A

    $0.2$

  • B

    $8$

  • C

    $0.1$

  • D

    $0.4$

Similar Questions

दो समान पतले वलय, जिनमें से प्रत्येक की त्रिज्या $R$ मीटर है, एक-दूसरे से $R$ मीटर की दूरी पर समाक्षत: रख दिए जाते हैं। यदि $Q_1$ कूलॉम और $Q_2$ कूलॉम आवेश उन वलयों पर समान रूप से फैला दिए जाते हें तो एक आवेश $q$ को एक वलय के केन्द्र से दूसरे वलय के केन्द्र तक ले जाने में किया गया कार्य होगा

एक इलेक्ट्रॉन (आवेश = $1.6 \times {10^{ - 19}}$ कूलॉम) को  $1,00,000$ वोल्ट के विभव द्वारा त्वरित किया जाता है। इलेक्ट्रॉन  द्वारा प्राप्त ऊर्जा है

$10$ सेमी भुजा वाले एक समबाहु त्रिभुज के शीर्षों पर तीन कण रखे हैं। प्रत्येक कण पर $10$ माइक्रोकूलॉम आवेश है। इस निकाय की स्थिर-वैद्युत स्थितिज ऊर्जा......जूल होगी

 (दिया है $\frac{1}{{4\pi {\varepsilon _0}}} = 9 \times {10^9}$ न्यूटन-मीटर$^{2}$/कूलॉम$^{2}$)

एक इलेक्ट्रॉन को दूसरे इलेक्ट्रॉन की ओर लाने पर निकाय की वैद्युत स्थितिज ऊर्जा

  • [AIPMT 1993]

यदि $q$ धनात्मक है तथा इसे कम विभव वाले स्थान से अधिक विभव वाले स्थान की ओर गति करवाते हैं, तो इसकी स्थितिज ऊर्जा