एक धातु के गोले $A$ को धनावेश दिया जाता है जबकि दूसरे अन्य एकसमान धातु के गोले को उतना ही ऋणावेश दिया जाता है दोनों के द्रव्यमान समान हैं तो
$A$ और $B$ दोनों के द्रव्यमान उतने ही रहेंगे
$A$ का द्रव्यमान बढ़ जायेगा
$B$ का द्रव्यमान घट जायेगा
$B$ का द्रव्यमान बढ़ जायेगा
ऊन से रगड़े जाने पर कोई पॉलीथीन का टुकड़ा $3 \times 10^{-7} C$ के ऋणावेश से आवेशित पाया गया।
$(a)$ स्थानांतरित (किस पदार्थ से किस पदार्थ में) इलेक्ट्रोंनों की संख्या आकलित कीजिए।
$(b)$ क्या ऊन से पॉलीथीन में संहति का स्थानांतरण भी होता है?
जब किसी उदासीन धातु प्लेट से ${10^{19}}$ इलेक्ट्रॉन निकाल लिये जाये तो इस पर विद्युत आवेश होगा
एक कप जल ($250\;gm$) में कितने धन तथा ऋण आवेश होते हैं?
धातु का आवेशित गोला $A$ नाइलॉन के धागे से निलंबित है। विध्युतरोधी हत्थी द्वारा किसी अन्य धातु के आवेशित गोले $B$ को $A$ के इतने निकट लाया जाता है कि चित्र $( a )$ में दर्शाए अनुसार इनके केंद्रों के बीच की दूरी $10\, cm$ है। गोले $A$ के परिणामी प्रतिकर्षण को नोट किया जाता है ( उदाहरणार्थं- गोले पर चमकीला प्रकाश पुंज डालकर तथा अंशांकित पर्दे पर बनी इसकी छाया का विक्षेपण मापकर )। $A$ तथा $B$ गोलों को चित्र $(b)$ में दर्शाए अनुसार, क्रमशः अनावेशित गोलों $C$ तथा $D$ से स्पर्श कराया जाता है। तत्पश्चात चित्र $(c)$ में दर्शाए अनुसार $C$ तथा $D$ को हटाकर $B$ को $A$ के इतना निकट लाया जाता है कि इनके केंद्रों के बीच की दूरी $5.0\, cm$ हो जाती है। कूलॉम नियम के अनुसार $A$ का कितना अपेक्षित प्रतिकर्षण है? गोले $A$ तथा $C$ एवं गोले $B$ तथा $D$ के साइज् सर्वसम हैं। $A$ तथा $B$ के केंद्रों के पृथकन की तुलना में इनके साइजो की उपेक्षा कीजिए।
एक कूलॉम आवेश में इलेक्ट्रॉनों की संख्या का मान होगा