परमाणुओं की संरचना को निकालने के लिये रदफफोर्ड प्रकीर्णन प्रयोग में इस्तेमाल किये गये कणों की
परमाणु संख्या $2$ , तथा यह पूर्णतः आयनित थी |
परमाणु संख्या $2$ , तथा यह उदासीन थी ।
परमाणु संख्या $4$ , तथा यह पूर्णतः आयनित थी ।
परमाणु संख्या $4$ , तथा यह उदासीन थी ।
प्रत्येक कथन के अंत में दिए गए संकेतों में से सही विकल्प का चयन कीजिए :
$(a)$ टॉमसन मॉडल में परमाणु का साइज़, रदरफोर्ड मॉडल में परमाणवीय साइज़ से $\ldots \ldots \ldots$ होता है। (अपेक्षाकृत काफी अधिक, भिन्न नहीं, अपेक्षाकृत काफी कम)
$(b)$ $\ldots \ldots \ldots$ में निम्नतम अवस्था में इलेक्ट्रॉन स्थायी साम्य में होते हैं जबकि $\ldots \ldots$ में इलेक्ट्रॉन, सदैव नेट बल अनुभव करते हैं।
$(c)$ $\ldots \ldots \ldots$ पर आधारित किसी क्लासिकी परमाणु का नष्ट होना निश्चित है। ( टॉमसन मॉडल, रदरफोर्ड मॉडल)
$(d)$ किसी परमाणु के द्रव्यमान का $\ldots \ldots \ldots \ldots$ में लगभग संतत वितरण होता है लेकिन $\ldots \ldots \ldots$ में अत्यंत असमान द्रव्यमान वितरण होता है। ( टॉमसन मॉडल, रदरफोर्ड मॉडल)
$(e)$ $\ldots \ldots \ldots$ में परमाणु के धनावेशित भाग का द्रव्यमान सर्वाधिक होता है। (रदरफोर्ड मॉडल, दोनों मॉडलों )
$1911$ में भौतिक वैज्ञानिक अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने धनात्मक आवेश वाले कणों को सोने की पतली पन्नी पर बौछार कर के यह खोजा कि परमाणु में एक सूक्ष्म, सघन नाभिक होता है। सोने का वह गुण, जिसने रदरफोर्ड को इस प्रयोग में उपयोग करने के लिए प्रेरित किया, है
$400\, KeV$ ऊर्जा के $\alpha - $ कण की $_{82}Pb$ के नाभिक पर बम वर्षा की जाती है। $\alpha - $ कणों के प्रकीर्णन में इसकी नाभिक से न्यूनतम दूरी होगी
किसी परमाणु के नाभिक द्वारा एकसाथ प्रकीर्णित समान ऊर्जा के चार $\alpha - $ कणों के पथों को चित्रानुसार प्रदर्शित किया गया है। कौन सा पथ सम्भव नहीं है
नीचे दो कथन दिए गए है :
कथन-$I$ : परमाणु का अधिकतम द्रव्यमान तथा इसका समस्त धनावेश एक छोटे से भाग नाभिक में पाया जाता है तथा इलेक्ट्रॉन इसके चारों और परिक्रमा करते है, यह रदरफोर्ड मॉडल है।
कथन-$II$ : परमाणु धनावेश का एक गोलीय बादल है जिसमें इलेक्ट्रॉन धंसे रहते है, यह रदरफोर्ड मॉडल का एक विशिष्ट रूप है।
उपरोक्त कथनों के संदर्भ में, नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उचित उत्तर चुनिए।