रेडियोधर्मिता की खोज की थी
बैक्वेरल ने
पीयरे क्यूरी ने
राँजन $(Rontgen)$ ने
रदरफोर्ड ने
एक रेडियोसक्रिय न्यूक्लाइड की अर्धआयु $100$ घंटे हैं। $150$ घन्टे के बाद प्रारम्भिक सक्रियता का बचा हुआ भिन्नात्मक भाग होगा :
किसी रेडियोएक्टिव समस्थानिक $'X'$ की अर्ध आयु $50$ वर्ष है। इसके क्षय होने से तत्व $'Y'$ बनता है जो स्थायी है। किसी चट्टान के निदर्श ( सेम्पल) में $'X'$ और $'Y'$ तत्वों का अनुपात $1: 15$ पाया गया तो चट्टान की आयु का आकलन किया गया है: (वर्ष में)
एक रेडियो एक्टिव नाभिक का क्षय दो विभिन्न प्रक्रम में होता है। प्रथम प्रक्रम की अर्द्ध आयु $5$ मिनट तथा दूसरे प्रक्रम की अर्द्धआयु $30$ से. है। नाभिक की प्रभावी अर्द्धआयु की गणना $\frac{\alpha}{11}$ से. की गयी है। $\alpha$ का मान______________ है।
किसी रेडियोऐक्टिव पदार्थ का अर्द्धायु $\mathrm{T}$ है। इसके वास्तविक द्रव्यमान के $\frac{7}{8}$ th भाग को विघटित होने में लगा समय होगा:
दो घण्टे के पश्चात् एक निश्चित रेडियोएक्टिव समस्थानिक की प्रारम्भिक मात्रा का $\frac{1}{16}$ वां भाग शेष रह जाता है। इस समस्थानिक की अर्द्ध-आयु है