एक रेडियो एक्टिव नाभिक का क्षय दो विभिन्न प्रक्रम में होता है। प्रथम प्रक्रम की अर्द्ध आयु $5$ मिनट तथा दूसरे प्रक्रम की अर्द्धआयु $30$ से. है। नाभिक की प्रभावी अर्द्धआयु की गणना $\frac{\alpha}{11}$ से. की गयी है। $\alpha$ का मान______________ है।
$301$
$302$
$300$
$303$
किसी रेडियोएक्टिव नाभिक का क्षय नियतांक $1.5 \times 10^{-5} \mathrm{~s}^{-1}$ है। पदार्थ का परमाणु भार $60 \mathrm{~g} \mathrm{~mole}^{-1}$ है। $1.0 \mu \mathrm{g}$ पदार्थ की सक्रियता____________$\times 10^{10} \mathrm{~Bq}$ है। $\left(\right.$ यदि $\left.\mathrm{N}_{\mathrm{A}}=6 \times 10^{23}\right)$
रेडियोएक्टिव क्षय में उत्सर्जित ऋण आवेशी $\beta$ -कण होते हैं
किसी रेडियोएक्टिव पदार्थ के $\lambda $ व अर्द्ध-आयु $({T_{1/2}})$ में सम्बन्ध है
ट्राइटियम (अर्द्धआयु $12.3$ वर्ष) के कारण एवं दिये गये मदिरा के नमूने की सक्रियता ताजी खरीदी गई बोतल (अंकित $7$ वर्ष पुरानी) भी सक्रियता की $3\%$ है। यह मदिरा का नमूना लगभग कितने वर्ष पहले बना हुआ है लगभग
$t=0$ समय पर किसी डिब्दे (container) में $\lambda$ क्षय स्थिरांक (decay constant) वाले $N _{ v }$ विघटनाभिक परमाणु (radioactive atoms) रखे गए। उसी डिब्बे में प्रति इकाई समय पर उसी प्रकार के $c$ अतिरिक्त परमाणु रखे जाते हैं। $t = T$ समय पर डिब्बे में लितने परमाणु होंगे?