प्रथम $n$ प्राकृत संख्याओं का समान्तर माध्य होगा
$\frac{{n - 1}}{2}$
$\frac{{n + 1}}{2}$
$\frac{n}{2}$
$n$
यदि एक समान्तर श्रेणी का $10^{\text {th }}$ वां पद $\frac{1}{20}$ है तथा इसका $20^{\text {th }}$ वां पद $\frac{1}{10}$ है, तो इसके प्रथम $200$ पदों का योग है
$2$ तथा $38$ के बीच $n$ समांतर माध्यों को रखने पर परिणामी श्रेणी का योगफल $200$ है, तब $n$ का मान है
श्रेढ़ी $20,19 \frac{1}{4}, 18 \frac{1}{2}, 17 \frac{3}{4}, \ldots,-129 \frac{1}{4}$ का अन्त से $20^ {वा }$ पद है :-
यदि $a,b,c,d,e$ समान्तर श्रेणी में हों, तो $a + b + 4c - 4d + e$ का मान $a$ के पदों में होगा (यदि संभव हो तो)
यदि $a,\,b,\,c$ समांतर श्रेणी में हों, तो $(a + 2b - c)$ $(2b + c - a)$ $(c + a - b)$ =