प्रथम $n$ प्राकृत संख्याओं का समान्तर माध्य होगा
$\frac{{n - 1}}{2}$
$\frac{{n + 1}}{2}$
$\frac{n}{2}$
$n$
मान लें कि प्राकृत संख्याएँ $a, b, c, d, e$ एक अंकगणितीय श्रेढ़ी $(arithmetic\,\,progression)$ में इस प्रकार हैं कि $a+b+c+d+e$ एक पूर्णांक का घन $(cube)$ है तथा $b+c+d$ एक पूर्णांक का वर्ग है। तब $c$ संख्या में न्यूनतम अंक का मान है
यदि $a,\;b,\;c,\;d,\;e,\;f$ समान्तर श्रेणी में हों, तो $e - c$ का मान होगा
श्रेढ़ियों $4,9,14,19, \ldots \ldots, 25$ पदों तक तथा $3,6,9,12, \ldots \ldots ., 37$ पदों तक में उभयनिष्ठ पदों की संख्या है:
श्रेणी $101 + 99 + 97 + ..... + 47$ में पदों की संख्या है
यदि किसी समान्तर श्रेणी के $11$ वें पद का दुगना, उसके $21$ वें पद के $7$ गुने के बराबर हो, तो $25$ वाँ पद होगा