यदि किसी समान्तर अनुक्रम की तीन संख्याओं का योग $15$ एवं उनके वर्गों का योग $83$ हो, तो संख्यायें हैं
$4, 5, 6$
$3, 5, 7$
$1, 5, 9$
$2, 5, 8$
यदि एक समान्तर श्रेणी का प्रथम पद $2$ तथा सार्वअन्तर $4$ हो, तो उसके $40$ पदों का योग होगा|
श्रेणियों $ S_1=3+7+11+15+19+\ldots \ldots $ $ S_2=1+6+11+16+21+\ldots $ का $8$ वाँ उभयनिष्ठ पद है।
यदि एक समान्तर श्रेणी का $10^{\text {th }}$ वां पद $\frac{1}{20}$ है तथा इसका $20^{\text {th }}$ वां पद $\frac{1}{10}$ है, तो इसके प्रथम $200$ पदों का योग है
माना $a _{1}, a _{2}, \ldots, a _{ n }$ एक दी गई समांतर श्रेढ़ी है, जिसका सार्वअंतर एक पूर्णाक है तथा $S _{ n }= a _{1}+ a _{2}+\ldots+ a _{ n }$ है। यदि $a _{1}=1, a _{ n }=300$ तथा $15 \leq n \leq 50$, हैं, तो क्रमित युग्म $\left( S _{ n -4,{ }^{ n -4}}\right)$ बराबर है
यदि किसी समांतर श्रेणी के $n$ पदों का योगफल $\left(p n+q n^{2}\right)$, है, जहाँ $p$ तथा $q$ अचर हों तो सार्व अंतर ज्ञात कीजिए।