बलयुग्म की विमायें है
$M{L^2}{T^{ - 2}}$
$ML{T^{ - 2}}$
$M{L^{ - 1}}{T^{ - 3}}$
$M{L^{ - 2}}{T^{ - 2}}$
स्थितिज ऊर्जा की विमा होगी
समतलीय कोण एवं घन कोण में होता है :
प्रेरकत्व $L$ को निम्न में से किसकी तरह विमीय रुप से प्रदर्शित किया जाता है
यदि प्रकाश का वेग $(c)$, गुरुत्वीय त्वरण $(g)$ तथा दाब $(P)$ को मूल राशि माना जाए तो, गुरुत्वाकर्षण नियतांक की विमा होगी
स्टोक के नियमानुसार, एक $a$ त्रिज्या का गोला जो कि , श्यानता गुणांक (coefficient of viscosity) के द्रव में $V$ चाल में चलता है, पर श्यानकर्षण बल (viscous drag) $F$ निम्न समीकरण से निरूपित किया जाता है : $F=a \eta_a v$ आयतन $V$ को निम्न समीकरण से निरूपित किया जा सकता है $\frac{V}{t}=k\left(\frac{p}{l}\right)^a \eta^b r^c$ जहाँ ${ }^k$ विमाविहीन स्थिरांक है। तो ${ }^a$, और $^c$ के सही मान क्या है ?