एक समतल विधुत-चुम्बकीय तरंग का विधुत क्षेत्र निम्न है,
$\overrightarrow{ E }= E _{0} \hat{ i } \cos ( kz ) \cos (\omega t )$
तब संगत चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{ B }$ होगा :
$\vec B = \frac{{{E_0}}}{C}\hat j\,\sin \,\left( {kz} \right)\,\cos \,\left( {\omega t} \right)$
$\vec B = \frac{{{E_0}}}{C}\hat k\,\sin \,\left( {kz} \right)\,\cos \,\left( {\omega t} \right)$
$\vec B = \frac{{{E_0}}}{C}\hat j\,\cos \,\left( {kz} \right)\,\sin \,\left( {\omega t} \right)$
$\vec B = \frac{{{E_0}}}{C}\hat j\,\sin \,\left( {kz} \right)\,\sin \,\left( {\omega t} \right)$
एक $110\,W$ के प्रकाश बल्ब की लगभग $10\,\%$ शक्ति दृश्य विकिरण में परिवर्तित होती है। बल्ब से $1\,m$ की दूरी से $5\,m$ की दूरी तक दृश्य विकिरण की औसत तीव्रताओं में आया अंतर $a \times 10^{-2}\,W / m ^2$ है। ' $a$ ' का मान $..............$ होगा।
$x$-दिशा में संचरित एक समतल विद्युत चुंबकीय तरंग को निम्न प्रकार प्रदर्शित किया गया है
$\mathrm{E}_{\mathrm{y}}=\left(200 \mathrm{Vm}^{-1}\right) \sin \left[1.5 \times 10^7 \mathrm{t}-0.05 \mathrm{x}\right] \text {; }$ तरंग की तीव्रता है :
(दिया है $\epsilon_0=8.85 \times 10^{-12} \mathrm{C}^2 \mathrm{~N}^{-1} \mathrm{~m}^{-2}$ )
एक प्रकाश पुंज $E =800\, \sin \omega\left( t -\frac{ x }{ c }\right)$ से वर्णित है। एक इलेक्ट्रॉन $3 \times 10^{7} \,ms ^{-1}$ चाल से प्रकाश पुंज के अभिलम्बवत गति करता है। इलेक्ट्रॉन पर लगने वाला अधिकतम चुम्बकीय बल क्या है?
निर्वात में एक आवर्त वैध्यूतचुंबकीय तरंग के चुंबकीय क्षेत्र वाले भाग का आयाम $B_{0}=510 nT$ है। तरंग के विध्यूत क्षेत्र वाले भाग का आयाम क्या है?
विद्युत-चुम्बकीय तरंग में विद्युत क्षेत्र का मान $1 V/m$ है एवं तरंग की आवृत्ति $5 \times {10^{14}}\,Hz$ है। तरंग का संचरण $z-$ अक्ष के अनुदिश होता है तो विद्युत क्षेत्र की औसत ऊर्जा घनत्व $Joule/m^3$ में होगी