$x$-दिशा में संचरित एक समतल विद्युत चुंबकीय तरंग को निम्न प्रकार प्रदर्शित किया गया है
$\mathrm{E}_{\mathrm{y}}=\left(200 \mathrm{Vm}^{-1}\right) \sin \left[1.5 \times 10^7 \mathrm{t}-0.05 \mathrm{x}\right] \text {; }$ तरंग की तीव्रता है :
(दिया है $\epsilon_0=8.85 \times 10^{-12} \mathrm{C}^2 \mathrm{~N}^{-1} \mathrm{~m}^{-2}$ )
$35.4 \ \mathrm{Wm}^{-2}$
$53.1 \ \mathrm{Wm}^{-2}$
$26.6 \ \mathrm{Wm}^{-2}$
$106.2 \ \mathrm{Wm}^{-2}$
निर्वात में किसी विध्यूत चुम्बकीय तरंग से संबद्ध वैध्यूत क्षेत्र को $\vec{E}=\hat{i} 40 \cos \left(k z-6 \times 10^{8} t\right),$ द्वारा व्यक्त किया जाता है। जहाँ $E, z$ तथा $t$ क्रमशः वोल्ट / मीटर, मीटर तथा सेकण्ड $(s)$ में है तो, तरंग सदिश $(k)$ का मान ....$ m^{-1}$ है
एक विधुत चुम्बकीय तरंग को, विधुत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }= E _{0} \hat{ n } \sin [\omega t +(6 y -8 z )]$, से निरूपित किया जाता है। यदि $x, y$ तथा $z$ दिशा में इकाई सदिश क्रमशः $\hat{ i }, \hat{ j }, \hat{ k }$, हैं संचरण की दिशा $\hat{ s }$, के लिये सही विकल्प है?
निर्वात में चलती हुई एक विद्युत चुम्बकीय तरंग के वैद्युत क्षेत्र तथा चुम्बकीय क्षेत्र के घटक
$E _{ x }= E _0 \sin ( kz -\omega t )$
$B _{ y }= B _0 \sin ( kz -\omega t )$
द्वारा वर्णित है, तब $\mathrm{E}_0$ व $\mathrm{B}_0$ के बीच सही संबंध दिया गया है :
कोई विघुत-चुम्बकीय तरंग किसी माध्यम में वेग $\overrightarrow{ V }= V \hat{ i }$ से गमन कर रही है । किसी क्षण इस विघुत-चुम्बकीय तरंग का विघुत-क्षेत्र दोलन $+ y$ अक्ष के अनुदिश है । तब इस विघुत-चुम्बकीय तरंग के चुम्बकीय क्षेत्र दोलन की दिशा होगी
एक समतल विधुत चुम्बकीय तरंग $30$ मेगाहर्त्ज आवत्ति से निर्वात में गति करती है। निश्चित अवकाश तथा समय पर, विधुत क्षेत्र $6\, V / m$ है। इस बिन्दु पर चुम्बकीय क्षेत्र $x \times 10^{-8}$ टेसला होगा। $x$ का मान $......$ है।