निर्वात में दो समतल विधुत-चुम्बकीय तरंगो के विधुत क्षेत्र

$\overrightarrow{\mathrm{E}}_{1}=\mathrm{E}_{0} \hat{\mathrm{j}} \cos (\omega \mathrm{t}-\mathrm{kx})$ तथा

$\overrightarrow{\mathrm{E}}_{2}=\mathrm{E}_{0} \hat{\mathrm{k}} \cos (\omega \mathrm{t}-\mathrm{ky})$ हैं।

समय $t =0$ पर $q$ आवेश का एक कण $\overrightarrow{ v }=0.8 cj ( c$ निर्वात में प्रकाश की गति है) वेग से मूलबिन्दु पर चल रहा है। कण पर लगने वाला तात्क्षणिक बल है ।

  • [JEE MAIN 2020]
  • A

    $\mathrm{E}_{0} \mathrm{q}(-0.8 \hat{\mathrm{i}}+\hat{\mathrm{j}}+\hat{\mathrm{k}})$

  • B

    $\mathrm{E}_{0} \mathrm{q}(0.8 \hat{\mathrm{i}}-\hat{\mathrm{j}}+0.4 \hat{\mathrm{k}})$

  • C

    $\mathrm{E}_{0} \mathrm{q}(0.8 \hat{\mathrm{i}}+\hat{\mathrm{j}}+0.2 \hat{\mathrm{k}})$

  • D

    $\mathrm{E}_{0} \mathrm{q}(0.4 \hat{\mathrm{i}}-3 \hat{\mathrm{j}}+0.8 \hat{\mathrm{k}})$

Similar Questions

एक समतल $em$ तरंग में विध्यूत क्षेत्र, $2.0 \times 10^{10} \,Hz$ आवृत्ति तथा $48 \,V m ^{-1}$ आयाम से ज्यावक्रीय रूप से दोलन करता है।

$(a)$ तरंग की तरंगदैर्घ्य कितनी है?

$(b)$ दोलनशील चुंबकीय क्षेत्र का आयाम क्या है?

$(c)$ यह दर्शाइए कि $E$ क्षेत्र का औसत ऊर्जा घनत्व, $B$ क्षेत्र के औसत ऊर्जा घनत्व के बराबर है। $\left[c=3 \times 10^{8} m s ^{-1}\right]$

एक $I$ तीव्रता वाली विद्युत चुम्बकीय तरंग द्वारा परावर्तन न करने वाली सतह पर आरोपित दाब होगा [$c =$  प्रकाश का वेग]

मुक्त आकाश में किसी विध्यूत चुम्बकीय तरंग का विध्यूत क्षेत्र

$\vec{E}=10 \cos \left(10^{7} t+k x\right) \hat{j} V / m$ से निरूपित (प्रकट) किया जाता है। जहाँ $t$ सेकेण्ड में और $x$ मीटर में है।

इससे यह निष्कर्ष निकलता है कि

$(1)$ तरंगदैर्ध्य $\lambda=188.4\, m$

$(2)$ तरंग संख्या $k=0.33\, rad / m$

$(3)$ तरंग-आयाम $=10\, V / m$

$(4)$ तरंग $+x$ दिशा की आर गमन कर रही है।

निम्नलिखित प्रकथनों के युग्मों में से कौन सा ठीक है?

  • [AIPMT 2010]

अचुम्बकीय माध्यम में संचरित समतल विधुत चुम्बकीय तरंग में विधुत क्षेत्र $E =20 \cos \left(2 \times 10^{10} t -\right.$ $200 x ) \,V / m$ से दिया गया है। माध्यम का पैरावैधुतांक का मान है।

(लीजिए $\mu_{ r }=1$ )

  • [JEE MAIN 2021]

एक माध्यम में विध्युत-चुम्बकीय तरंगों के संचरण के दौरान:

  • [JEE MAIN 2014]