विद्युत चुम्बकीय तरंगों के द्वारा संचरित नहीं होती है
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संवेग
संदेश
मुक्त आकाश में संचरित विद्युत चुम्बकीय तरंग में कौन सा गुण नहीं होता :
आवृत्ति $50\, MHz$ की समतल विध्युत चुम्बकीय तरंग धनात्मक $x -$ दिशा में, मुक्त आकाश में जा रही है। आकाश में एक निश्चित समय तथा बिन्दु पर विध्युत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }=6.3 \hat{j}\, V / m$ है, तो इसके संगत चुम्बकीय क्षेत्र $\overrightarrow{ B }$ होगा :
कोई विघुत-चुम्बकीय तरंग किसी माध्यम में वेग $\overrightarrow{ V }= V \hat{ i }$ से गमन कर रही है । किसी क्षण इस विघुत-चुम्बकीय तरंग का विघुत-क्षेत्र दोलन $+ y$ अक्ष के अनुदिश है । तब इस विघुत-चुम्बकीय तरंग के चुम्बकीय क्षेत्र दोलन की दिशा होगी
वैद्युत-चुम्बकीय तरंग में वैद्युत क्षेत्र $E =56.5 \sin \omega( t - x / c ) NC ^{-1}$ द्वारा दिया जाता है। तरंग की तीव्रता ज्ञात करो यदि यह मुक्त आकाश में $x$-अक्ष के अनुदिश गमन करती है।(दिया गया है: $\varepsilon_0=8.85 \times 10^{-12} C ^2 N ^{-1} m ^{-2}$ )
मुक्त आकाश में $v=23.9\, GHz$ की एक समतल विधुत चुम्बकीय तरंग धनात्मक $Z$-अक्ष की दिशा में संचरण कर रही है। इसमें विधुत क्षेत्र का अधिकतम मान $60\, V / m$ है। निम्न में से कौनसा विकल्प इस तरंग के चुम्बकीय क्षेत्र के लिये स्वीकार्य है ?