प्रकाश विद्युत प्रभाव में इलेक्ट्रॉन एक धातु की सतह से उत्सर्जित होते हैं
केवल तब, जब आपतित विकिरण की आवृत्ति एक देहली आवृत्ति से अधिक होती है
केवल तब, जब सतह का ताप उच्च हो
उस दर से जो धातु की प्रकृति पर निर्भर नहीं है
उस अधिकतम वेग से जो आपतित विकिरण की आवृत्ति के समानुपाती है
फोटो सेल का उपयोग होता है
फोटॉन के लिए निम्न में से क्या सत्य है
एक प्रकाश उत्सर्जक सेल में कार्यकारी तरंगदैर्ध्य $\lambda $ है एवं सबसे तेज इलेक्ट्रॉन का वेग $v$ है। यदि उत्तेजित तरंगदैर्ध्य बदलकर $\frac{{3\lambda }}{4}$ हो जाये तो सबसे तेज इलेक्ट्रॉन का वेग होगा
एक लेसर द्वारा $6.0 \times 10^{14}\, Hz$ आवृत्ति का एकवर्णी प्रकाश पैदा किया जाता है। उत्सर्जित शक्ति $2 \times 10^{-3} \,W$ है। स्त्रोत से प्रति सेकेण्ड उत्सर्जित फोटानों की औसत संख्या होगी-
यदि फोटॉन की ऊर्जा $4$ गुना बढ़ा दी जाये तो संवेग