एक रेडियो प्रेषक $880\, kHz$ की आवृत्ति और $10\, kW$ की शक्ति पर कार्य कर रहा है। प्रति सैकण्ड उत्सर्जित फोटॉनों की संख्या है
$1.72 \times {10^{31}}$
$1327 \times {10^{34}}$
$13.27 \times {10^{34}}$
$0.075 \times {10^{ - 34}}$
फोटॉन के टकराने के पश्चात् प्रकाश इलेक्ट्रॉन को बाहर आने में लिया गया समय लगभग है
प्रकाश वैद्युत प्रभाव क प्रयाग म दहला आवृात्त की $1.5$ गुनी आवृत्ति का एक प्रकाश किसी प्रकाश सुग्राही पदार्थ के तल पर आपतित होता है। अब यदि आवृत्ति को आधा तथा तीव्रता को दो गुना कर दिया जाये तो उत्सर्जित प्रकाश इलेक्ट्रॉनों की संख्या होगी :
फोटॉन से सम्बंधित निम्न में से कौनसा कथन असत्य है
हाइजेनबर्ग के अनिश्रितता सिद्धान्त के अनुसार नीचे दिये गए कणों को न्यूनतम संभव ऊर्जा का आरोही क्रम कौन सा है?
$(I)$ $H _2$ अणु में एक इलेक्ट्रॉन
$(II)$ $H _2$ अणु में एक $H$ परमाणु
$(III)$ कार्बन के नाभिक में एक प्रोटॉन
$(IV)$ नैनोट्यूब में एक $H _2$ अणु
किसी लेजर द्वारा $6 \times 10^{14} \mathrm{~Hz}$ आवृात्त का एकवणो प्रकाश उत्पन्न किया गया है। उत्सर्जित शक्ति $2 \times 10^{-3} \mathrm{~W}$ है। स्त्रोत द्वारा औसतन उत्सर्जित प्रति सैकण्ड फोटानों की संख्या कितनी होगी
(दिया है : $\mathrm{h}=6.63 \times 10^{-34} \mathrm{JS}$ )