एक रेडियोसक्रिय तत्व के तात्क्षणिक सान्द्रण $(N)$ एवं समय $(t)$ के बीच सही ग्राफ है
एक रेडियोधर्मी पदार्थ का अर्द्ध आयुकाल $1$ वर्ष है। तो $5$ वर्ष के पश्चात् शेष बचा भाग है
क्यूरी एक इकाई है
एक नमूने में प्रारम्भ में युरेनियम का केवल $U-238$ समस्थानिक (isotope) है। समय के साथ कुछ $U-238$ के नाभिकीय क्षय के फलस्वरूप $Pb -206$ बनता है और $U-238$ की कुछ मात्रा अविघटित रह जाती है। नमूने की आयु $P \times 10^8$ वर्ष होने पर, उसमें $Pb -206$ और $U -238$ के भार का अनुपात 7 पाया गया। $P$ का मान ........... है।
[दिया है: $U-238$ की अर्ध आयु $4.5 \times 10^9$ वर्ष है; $\log _e 2=0.693$ ]
एक रेडियोएक्टिव नाभिक- $A$ जिसकी अर्द्ध -आयु $T$ है, का क्षय एक नाभिक- $B$ में होता है। समय $t=0$ पर कोई भी नाभिक- $B$ नहीं है। एक समय $t$ पर नाभिकों $B$ तथा $A$ की संख्या का अनुपात $0.3$ है तो $t$ का मान होगा:
${C^{14}}$ की अर्द्ध-आयु $5700$ वर्ष है। $11400$ वर्ष पश्चात् वास्तविक मात्रा शेष रहेगी