$HF , HCOOH$ तथा $HCN$ का $298\, K$ पर आयनन स्थिरांक क्रमश: $6.8 \times 10^{-4}, 1.8 \times 10^{-4}$ तथा $4.8 \times 10^{-9}$ है। इनके संगत संयुग्मी क्षारकों के आयनन स्थिरांक ज्ञात कीजिए।
It is known that,
$K_{b}=\frac{K_{w}}{K_{a}}$
Given $K_{a}$ of $HF =6.8 \times 10^{-4}$
Hence, $K_{b}$ of its conjugate base $F^{-}$
$=\frac{K_{w}}{K_{a}}$
$=\frac{10^{-14}}{6.8 \times 10^{-4}}$
$=1.5 \times 10^{-11}$
Given,
$K_{a}$ of $HCOOH =1.8 \times 10^{-4}$
Hence, $K_{b}$ of its conjugate base $HCOO ^{-}$
$=\frac{K_{w}}{K_{a}}$
$=\frac{10^{-14}}{1.8 \times 10^{-4}}$
$=5.6 \times 10^{-11}$
Given,
$K_{a}$ of $HCN =4.8 \times 10^{-9}$
Hence, $K_{b}$ of its conjugate base $CN ^{-}$
$=\frac{K_{w}}{K_{a}}$
$=\frac{10^{-14}}{4.8 \times 10^{-9}}$
$=2.08 \times 10^{-6}$
$H _{2} S$ का प्रथम आयनन स्थिरांक $9.1 \times 10^{-8}$ है। इसके $0.1\, M$ विलयन में $HS$ - आयनों की सांद्रता की गणना कीजिए तथा बताइए कि यदि इसमें $0.1\, M\, HCl$ भी उपस्थित हो, तो सांद्रता किस प्रकार प्रभावित होगी, यदि $H _{2} S$ का द्वितीय वियोजन स्थिरांक $1.2 \times 10^{-13}$ हो, तो सल्फाइड $S ^{2-}$ आयनों की दोनों स्थितियों में सांद्रता की गणना कीजिए।
सल्फ्यूरस अम्ल $\left( H _{2} SO _{3}\right)$ के लिए $Ka _{1}=1.7 \times 10^{-2}$ तथा $Ka _{2}=6.4 \times 10^{-8}$ हैं। $0.588 M H _{2} SO _{3}$ की $pH$ है..........................
(निकटतम पूर्णांक में)
ब्रोमोएसीटिक अम्ल की आयनन की मात्रा $0.132$ है। $0.1\, M$ अम्ल की $pH$ तथा $p K_{ a }$ का मान ज्ञात कीजिए।
फीनॉल का आयनन स्थिरांक $1.0 \times 10^{-10}$ है। $0.05 \,M$ फीनॉल के विलयन में फीनॉलेट आयन की
सांद्रता तथा $0.01 \,M$ सोडियम फीनेट विलयन में उसके आयनन की मात्रा ज्ञात कीजिए।
प्रोपेनोइक अम्ल का आयन स्थिरांक $1.32 \times 10^{-5}$ है। $0.05\, M$ अम्ल विलयन के आयनन की मात्रा तथा $pH$ ज्ञात कीजिए। यदि विलयन में $0.01\, M\, HCl$ मिलाया जाए तो उसके आयनन की मात्रा ज्ञात कीजिए।