$v$ वेग से गतिमान $m$ द्रव्यमान के पिण्ड में गतिज ऊर्जा $\frac{1}{2}m{v^2}$ होगी, यदि
पिण्ड की चाल प्रकाश की चाल की तुलना में नगण्य न हो।
पिण्ड की चाल प्रकाश की चाल की तुलना में नगण्य हो
पिण्ड की चाल प्रकाश की चाल से अधिक हो
उपरोक्त कोई भी कथन सत्य नहीं है
एक $TV$ टावर की ऊँचाई $100 m$ है। टावर के चारों ओर औसत जनसंख्या घनत्व $1000$ प्रति $km2$ है। पृथ्वी की त्रिज्या $6.4 \times {10^6} m$ है, तो प्रसारण से घिरी जनसंख्या होगी
यदि $4\, kW$ शक्ति का एक स्त्रोत $10^{20}$ फोटॉन प्रति सेकण्ड उत्पन्न करता है, तब विकिरण स्येक्ट्रम के इस भाग का सदस्य होगा
$3\, m$ की दूरी पर स्थित किसी $100\, W$ बल्ब से आ रहे विकिरण द्वारा उत्पन्न विध्यूत एवं चुंबकीय क्षेत्रों की गणना कीजिए। आप यह जानते हैं कि बल्ब की दक्षता $2.5 \, \%$ है और यह एक बिंदु स्रोत है।
$X$-अक्ष के अनुदिश चलते हुए प्रकाश का किरण पुँज निम्न विद्युत क्षेत्र द्वारा निरूपित है : $E _{ y }=900 \sin \omega( t - X / c )$ । एक आवेश $q$ जो कि $Y$-अक्ष के अनुदिश $3 \times 10^7\,ms ^{-1}$ की चाल से चल रहा है, इस आवेश पर लगने वाले विद्युत बल एवं चुम्बकीय बल का अनुपात होगा :[प्रकाश की चाल $=3 \times 10^8\,ms ^{-1}$ ]