एक धात्विक छड़ की $0°C$ पर लम्बाई $5m$ है। इसे $100°C$ तक गर्म करने पर इसकी लम्बाई $5.01\,m$ हो जाती है। धातु का रेखीय प्रसार गुणांक है

  • A

    $2.33 \times 10^{-5} {°C^{-1}}$

  • B

    $6.0 \times 10^{-5}{°C^{-1}}$

  • C

    $4.0 \times 10^{-5} {°C^{-1}}$

  • D

    $2.0 \times 10^{-5} {°C^{-1}}$

Similar Questions

जब वाष्प द्रव में संधनित होती है, तब

$18°C$ ताप पर एक काँच फ्लास्क $50 \,cc$ के चिन्ह तक पारे से भरा हुआ है। यदि फ्लास्क एवं इसमें भरे पारे को $38°C$ तक गर्म किया जाय तब चिन्ह से ऊपर  .......... $cc$ पारा होगा $($काँच के लिए $\alpha = 9 × 10^{-6}{°}C^{-1}$ एवं पारे का वास्तविक प्रसार गुणांक $  180 \times 10{^{-6}}{°}C^{-1})$

मरकरी का वास्तविक रेखीय प्रसार गुणांक $ 0.18 \times 10^{-3}{°C^{-1}}$ है। यदि  $0°C$ पर मरकरी का घनत्व $13.6\, gm/cc$ है, तब $473\;K$ पर घनत्व होगा

$T=0^{\circ} C$ पर एक सरल-लोलक, जो कि $m$ द्रव्यमान के गोलक और द्रव्यमान रहित धातु के तार से निर्मित है, का आवर्त्त-काल $2 \;s$ है। अगर तार के तापमान को बढ़ाने से, आवर्त्त-काल में हुई वृद्धि को ग्राफ द्वारा दर्शाया जाये, तो परिणामी ग्राफ की ढाल-माप (slope) $S$ है। यदि तार का रैखिक-प्रसार गुणांक $\alpha$ है तो $S$ का मान होगा

  • [JEE MAIN 2016]

धातु की चादरों से घनाकार आकृति में बने एक बक्से की प्रत्येक भुजा की कमरे के ताप $T$ पर लम्बाई $'a'$ है, तथा धातु की चादर के पदार्थ का रैखिक प्रसार गुणांक $'\alpha'$ है। धातु की चादर को एक समान रूप से किसी अल्प ताप वृद्धि $\Delta T$ के लिए गरम किया गया है जिससे इसका ताप $T +\Delta T$ हो जाता है। धातु के बक्से के आयतन में वृद्धि होगी।

  • [JEE MAIN 2021]