सरल लोलक की लम्बाई में $1\% $ की वृद्धि कर देने पर उसके आवर्तकाल में
$1\% $ की वृद्धि होगी
$0.5\% $ की वृद्धि होगी
$0.5\% $ की कमी होगी
$2\% $ की वृद्धि होगी
किसी ग्रह पर एक पिण्ड को $8 \,m$ ऊँचाई से स्वतंत्रतापूर्वक गिराया जाता है तो यह $2\, sec$ में ग्रह तल पर आ जाता है। इस ग्रह पर,$1\,m $ लम्बाई वाले सरल लोलक का आवर्तकाल .... $\sec$ होगा
स्थिर गाड़ी की छत से लटके हुये लोलक का आवर्तकाल $T$ है। जब गाड़ी एक समान त्वरण $a$ से त्वरित होती है, तब आवर्तकाल
एक व्यक्ति के पास एक हाथ घड़ी एवं एक पेण्डुलम वाली घड़ी है। यह व्यक्ति एक स्तम्भ पर खड़ा है। यह अचानक दोनों घड़ियों को ऊपर से छोड़ देता है तब
एक सरल लोलक एक ट्रॉली की छत से लटका हुआ है। ट्रॉली क्षैतिज दिशा में $'a'$ त्वरण से गति कर रही है। सरल लोलक का आवर्तकाल $T = 2\pi \sqrt {\frac{l}{{g'}}} $ में $g'$ होगा
सरल लोलक जिसकी लम्बाई $L$ तथा गोलक का द्रव्यमान $M $ है, एक तल में ऊध्र्वाधर रेखा के परित: $ - \,\phi $ तथा $\phi $ सीमाओं के बीच दोलन कर रहा है। कोणीय विस्थापन $\theta (|\theta |\, < \phi )$, डोरी में तनाव तथा गोलक का वेग क्रमश: $T$ तथा $v$ है। उपरोक्त दशाओं में निम्नलिखित में से कौन-सा सम्बन्ध सही है