किसी विध्युत चुम्बकीय तरंग का चुम्बकीय क्षेत्र दिया गया है
$B = B _{0} \cos (\omega t- k z ) i + B _{1} \cos (\omega t - kz ) j$
जहाँ $B _{0}=3 \times 10^{-5} T$ तथा $B _{1}=2 \times 10^{-6} T .$
बल का $rms$ मान, जो स्थिर आवेश $Q =10^{-4} C$
द्वारा $z =0$ पर अनुभव किया जाता है, होगा
$0.9\,N$
$3\times 10^{-2}\,N$
$0.1\,N$
$0.6\,N$
किसी अल्प आयतन में वैद्युतचुंबकीय तरंग की ऊर्जा जिस आवृत्ति के साथ दोलन करती है, वह है
निर्वात में एक आवर्त वैध्यूतचुंबकीय तरंग के चुंबकीय क्षेत्र वाले भाग का आयाम $B_{0}=510 nT$ है। तरंग के विध्यूत क्षेत्र वाले भाग का आयाम क्या है?
एक समतल विधुत चुम्बकीय तरंग के लिये किसी बिन्दु $x$ व समय $t$ पर चुम्बकीय क्षेत्र
$\overrightarrow{ B }( x , t )=\left[1.2 \times 10^{-7} \sin \left(0.5 \times 10^{3} x +1.5 \times 10^{11} t \right) \hat{ k }\right] T$
हे, तो $\overrightarrow{ B }$ के संगत विधुत क्षेत्र $\overrightarrow{ E }$ होगा
(प्रकाश की चाल $c =3 \times 10^{8} ms ^{-1}$ )
यदि $\overrightarrow E $ एवं $\overrightarrow B $ क्रमश: विद्युत चुम्बकीय तरंग के विद्युत क्षेत्र सदिश एवं चुम्बकीय क्षेत्र सदिश को व्यक्त करते हैं तो विद्युत चुम्बकीय तरंग संचरण की दिशा निम्न में से किसकी दिशा में होगी
विध्यूत चुम्बकीय तरंगो के गुणों के लिये कौन सा कथन सत्य (सही) नहीं है?