एक व्यक्ति द्वारा गेंद को ऊर्ध्वाधर दिशा में $136 \mathrm{~m}$ की अधिकतम ऊँचाई तक फेंका जा सकता है। उसके द्वारा उसी गेंद को फेंकी जा सकने वाली अधिकतम क्षैतिज दूरी $.....\,m$है:
$192$
$136$
$272$
$68$
एक प्रक्षेप्य को $v$ वेग से ऊध्र्वाधर से $\theta $ कोण पर प्रक्षेपित किया जाता है, जिसकी पृथ्वी पर परास (Range) $‘R’$ है। समान वेग $v$ व कोण $\theta $ के लिए चन्द्रमा पर इसकी परास होगी
एक फुटबाल का खिलाड़ी गेंद को क्षैतिज से $30^°$ कोण पर $50 $ मीटर/सैकण्ड के वेग से उछालता है, तो गेंद ....... $\sec$ तक हवा में रहती है ($g = 10$ मीटर/सैकण्ड2)
मूल बिन्दु से $t=0$ पर प्रक्षेपित एक प्रक्षेप की स्थिति $t =2 \; s$ पर $\overrightarrow{ r }=(40 \hat{i}+50 \hat{j})\; m$ से दी जाती है। यदि प्रक्षेप क्षैतिज से $\theta$ कोण पर प्रक्षेपित किया गया था, तब $\theta$ है ( $g =10\; ms ^{-2}$ लें).
एक गेंद क्षैतिज तल से $\theta$ कोण पर $15\,ms ^{-1}$ की चाल से इस प्रकार प्रक्षेपित की जाती है कि इसके द्वारा तय की गई दूरी एवं अधिकतम ऊँचाई का मान समान है, तो ' $\tan\, \theta$ ' का मान होगा:
$t =0$ पर क्षैतिज से $60^{\circ}$ के कोण पर $10 \,ms ^{-1}$ के वेग से एक पिण्ड को प्रक्षेपित करते हैं। $t =1 \,s$ पर प्रक्षेप पथ की वक्रता त्रिज्या $R$ है। वायु प्रतिरोध को नगण्य मानकर तथा गुरूत्वीय त्वरण $g =10\, ms ^{-2}$, लेकर $R$ का मान $....\,m$ है।