एक आवेश-वितरण के द्वारा निम्नलिखित विभव (वोल्ट में) उत्पत्र होता है :
$V (z)=30-5 z^{2},|z| \leqslant 1 m$ में
$V (z)=35-10|z|,|z| \geqslant 1 m$ में
$V (z), x$ एवं $y$ पर निर्भर नहीं करता। यदि यह विभव एक नियत आवेश जो प्रति इकाई आयतन $\rho_{0}\left(\varepsilon_{0}\right.$ इकाइयों में) है तथा एक दिये हुए क्षेत्र में फैला हुआ है, से उत्पादित है, तब निम्नलिखित में से सही विकल्प का चयन करें
$\rho_{0}=20 \varepsilon_{0}$ सर्वत्र
$\rho_{0}=10 \varepsilon_{0},|z| \leqslant 1\; m$ में तथा $\rho_{0}=0$ अन्यत्र
$\rho_{0}=20 \varepsilon_{0},|z| \leqslant 1\; m$ में तथा $\rho_{0}=0$अन्यत्र
$\rho_{0}=40 \varepsilon_{0}$ सर्वत्र
$5$ कूलॉम्ब के एक आवेश को जब एकसमान विद्युत क्षेत्र में रखते हैं तो उस पर $5000\,N$ बल लगता है। दो बिन्दु जो एक-दूसरे से $1\,cm$ की दूरी पर हैं, .......वोल्ट के बीच विभवान्तर होगा
किसी क्षेत्र में विभव को,
$V (x, y, z)=6 x-8 x y-8 y+6 y z$
से, निरूपित किया जाता है, जहां $V$ वोल्ट में तथा $x, y,$ $z$ मी में हैं। तो बिन्दु $(1,1,1)$ पर स्थित $2$ कूलॉम आवेश द्वारा अनुभव विधुत बल होगा:-
दो समान्तर क्षैतिज प्लेट जो एक दूसरे से $2$ सेमी. दूरी पर हैं के मध्य $12000 \,V$ का विभवान्तर आरोपित किया जाता है। एक तेल बूंद जिस पर $2e$ आवेश है प्लेटों के मध्य स्थिर है। यदि तेल का घनत्व $900$ किमी./मी$^3$ हो तो बूंद की त्रिज्या होगी
निम्न चित्र में विभव $V$ का $x$-अक्ष पर पाँच क्षेत्रों में दूरी के साथ परिवर्तन दर्शाया गया है। इन क्षेत्रों में विद्युत क्षेत्र $E$ के लिए क्या सही है
दो समान्तर पट्टिकाओं के बीच की दूरी $5\,mm$ है और इनके बीच $50\,V$ का विभवान्तर है। ${10^{ - 15}}\,kg$ द्रव्यमान और ${10^{ - 11}}\,C$ कूलॉम आवेश वाला एक कण ${10^7}\,m/s$ के वेग से इसमें प्रवेश करता है। इस कण का त्वरण होगा