एक $I$ तीव्रता वाली विद्युत चुम्बकीय तरंग द्वारा परावर्तन न करने वाली सतह पर आरोपित दाब होगा [$c =$ प्रकाश का वेग]
$Ic$
$I{c^2}$
$I/c$
$I/{c^2}$
एक समान समतल विद्युत चुम्बकीय तरंग की विद्युत क्षेत्र तीव्रता $E =-301.6 \sin ( kz -\omega t ) \hat{ a }_{ x }+$ $452.4 \sin ( kz -\omega t ) \hat{ a }_{ y } \frac{ V }{ m }$ है, तो इसी तरंग की चुम्बकीय तीव्रता $H$ का मान $Am ^{-1}$ होगा: [c $=3 \times 10^8 ms ^{-1}$, निर्वात में प्रकाश की चाल एवं निर्वात की पारगम्यता $\left.\mu_0=4 \pi \times 10^{-7} NA ^{-2}\right]$
किसी विद्युत चुम्बकीय तरंग में विधुत क्षेत्र निम्नवत है
$\overrightarrow{\mathrm{E}}=20 \sin \omega\left(\mathrm{t}-\frac{\mathrm{x}}{\mathrm{c}}\right) \overrightarrow{\mathrm{j} N C^{-1}}$
जहाँ $\omega$ एवं $\mathrm{c}$ क्रमशः कोणीय आवृत्ति एवं विद्युत चुम्बकीय तरंग का वेग हैं। $5 \times 10^{-4} \mathrm{~m}^3$ के आयतन में अंतर्विष्ट (Contained) ऊर्जा होगी:
(दिया है $\varepsilon_0=8.85 \times 10^{-12} \mathrm{C}^2 / \mathrm{Nm}^2$ )
एक समतल वैद्युत चुम्बकीय तरंग में समाहित दोलनीकृत चुम्बकीय क्षेत्र $B _{ y }=5 \times 10^{-6} \sin 1000 \pi\left(5 x -4 \times 10^8 t \right) T$ द्वारा निरूपित है। विद्युत क्षेत्र का आयाम होगा।
ओजोन परत किनते तरंगदैर्ध्य के विकिरण को रोकती है ?
विद्युत क्षेत्र $\left( E _0\right)=2.25\,V / m$ तथा चुम्बकीय $\left( B _0\right)=1.5 \times 10^{-8}\,T$ का एक विद्युत चुम्बकीय संदेश एक रेडार द्वारा भेजा जाता है, जो कि माध्यम में सीधी रेखा पर $3\,km$ दूर र्थित एक लक्ष्य से टकराता है। इसके बाद प्रतिध्वनि रेडार की ओर समान वेग से समान पथ में परावर्तित होती है। अगर संदेश $t _0$ पर रेडार से प्रेषित किया गया हो तो $..........\times 10^{-5}\,s$ समय में प्रतिध्वनि रेडार तक वापस आयेगी ।