किसी विध्यूत चुम्बकीय तरंग में चुंबकीय क्षेत्र और विध्यूत क्षेत्र के घटकों की तीव्रताओं के योगदानों का अनुपात होता है : $(c =$ विध्यूत चुम्बकीय तरंगों का वेग $)$
$1: c ^{2}$
$c: 1$
$1: 1$
$1: c$
वैध्यूतचुंबकीय स्पेक्ट्रम के विभिन्न भागों की पारिभाषिकी पाठ्यपुस्तक में दी गई है। सूत्र $E=h v$ (विकिरण के एक क्वांटम की ऊर्जा के लिए : फोटॉन ) का उपयोग कीजिए तथा $em$ वर्णक्रम के विभिन्न भागों के लिए $eV$ के मात्रक में फोटॉन की ऊर्जा निकालिए। फोटॉन ऊर्जा के जो विभिन्न परिमाण आप पाते हैं वे वैध्यूतचुंबकीय विकिरण के स्तोतों से किस प्रकार संबंधित हैं?
एक $LC$ अनुनादी परिपथ में $400\, pF$ धारिता का संधारित्र एवं $100\mu H$ का प्रेरकत्व जुड़ा है। यह एक एन्टीना से जुड़ा है एवं कम्पन करता है, तो विकरित विद्युत चुम्बकीय तरंग की तरंगदैध्र्य होगी
वैद्युत चुम्बकीय तरंगे एक माध्यम में $2.0 \times 10^8\,m / s$ चाल से गति करती है। माध्यम की सापेक्षिक चुम्बकनशीलता $1.0$ है। माध्यम की सापेक्षिक विद्युतशीलता होगी :
एक समतल वैद्युत चुम्बकीय तरंग में समाहित दोलनीकृत चुम्बकीय क्षेत्र $B _{ y }=5 \times 10^{-6} \sin 1000 \pi\left(5 x -4 \times 10^8 t \right) T$ द्वारा निरूपित है। विद्युत क्षेत्र का आयाम होगा।
$25 \,MHz$ आवृत्ति की एक समतल वैध्यूतचुंबकीय तरंग निर्वात में $x$ -दिशा के अनुदिश गतिमान है। दिक्काल (space) में किसी विशिष्ट बिंदु पर इसका $E =6.3 j$ $V/m$ है। इस बिंदु पर $B$ का मान क्या है?