$n$ आवृत्ति से कम्पन करने वाले स्रोत द्वारा उत्पन्न डोरी में तरंगें किसी क्षण दाँयी ओर संचरित हो रही हैं
निम्न कथनों पर विचार करें
$I.$ तरंग की चाल $4n \times ab$ है
$II.$ बिन्दु $a$ व $d$ पर माध्यम $\frac{4}{{3n}}sec$ बाद समान कला में होंगे
$III.$ बिन्दु $b$ तथा $e$ के बीच कलान्तर $\frac{{3\pi }}{2}$
इनमें सत्य कथन है
$I, II$ एवं $III$
$II$ केवल
$I$ एवं $III$
$III$ केवल
$392 Hz$ आवृत्ति का एक स्वरित्र $50 cm$ लम्बी तनी हुयी डोरी के साथ अनुनाद में है। यदि डोरी का तनाव नियत रखकर इसकी लम्बाई $2\%$ से हटा दी जाये और डोरी एवं स्वरित्र को पुन: एकसाथ कम्पित किया जाये तो उत्पन्न विस्पदों की संख्या होगी
किसी तनी हुयी डोरी में तरंग का वेग $2$ मी/सैकण्ड है। डोरी में अप्रगामी तरंगें बनती हैं जिनके निस्पंद $5$ सेमी दूरी पर हैं। डोरी के कम्पन की आवृत्ति हर्ट्ज में होगी
एक डोरी दो स्थिर बिन्दुओं के बीच खिची है । इन बिन्दुओं के बीच की दूरी $75.0 \,cm$ है। इस डोरी की दो अनुनाद आवृत्तियाँ $420\, Hz$ तथा $315\, Hz$ है। इन दोनो के बीच में कोई अन्य अनुनाद आवृत्ति नहीं है, तो इस डोरी के लिए न्यूनतम अनुनाद आवृत्ति है
एक सोनोमीटर के तार $AB$ की लम्बाई $110$ सेमी है। दोनों सेतुओं को $A$ से कितनी दूरी पर रखा जाये ताकि इस प्रकार विभाजित तार के तीन खण्डों की मूल आवृत्तियाँ $1 : 2 : 3$ के अनुपात में हो
दो स्थिर सिरों के मध्य तनी हुई किसी डोरी की लम्बाई $1 m$ व द्रव्यमान $5 \times {10^{ - 4}}kg$ है, तथा इसमें $20 N$ का तनाव है। यदि इसे किसी एक सिरे से $25 cm$ दूर किसी बिन्दु पर खींचकर कम्पित कराया जाये तो यह किस आवृत्ति से कम्पन करेगी