रदरफोर्ड के $\alpha  - $कणों के प्रयोग से यह जानकारी प्राप्त होती है कि अधिकांश $\alpha  - $कण बिना प्रकीर्णन के निकल जाते हैं तथा कुछ अधिक कोण से प्रकीर्णित होते हैं। इसके द्वारा परमाणु संरचना की क्या जानकारी मिलती है

  • A

    परमाणु खोखला है

  • B

    पाष्चन श्रेणी अवरक्त क्षेत्र में एक रैखिल स्पेक्ट्रम है

  • C

    नाभिक धनावेशित हैं

  • D

    उपरोक्त सभी

Similar Questions

एक प्रोटोन को सीधे एक नाभिक $( Q =120 e$, जहाँ $e$ इलेक्ट्रोनिक आवेश है) की ओर बहुत दूर से दागा जाता है। यह प्रोटॉन नाभिक से $10 \ fm$ की निकटतम दूरी तक पहुँचता है। प्रोटोन के चलना आरम्भ करते समय उसकी de Broglie तरंग दैर्ध्य ( $fm$ में) क्या है ? (मानें : प्रोटॉन का द्रव्यमान, $m _{ p }=\frac{5}{3} \times 10^{-27} kg \frac{ h }{ e }=4.2 \times 10^{-15} J . s / C ; \frac{1}{4 \pi \varepsilon_0}=9 \times 10^9 m / F ; 1 fm =$ $\left.10^{-15} m \right)$

  • [IIT 2012]

रदरफोर्ड का $\alpha$-प्रकीर्णन प्रयोग दर्शाता है कि परमाणु में होता है

परमाणुओं की संरचना को निकालने के लिये रदफफोर्ड प्रकीर्णन प्रयोग में इस्तेमाल किये गये कणों की

  • [KVPY 2017]

इलेक्ट्रॉन का कक्षीय त्वरण है    

तत्व ${ }_{16} S ^{32}$ के पूर्णतः भरे हुए कोषों की संख्या क्या होगी?

  • [KVPY 2017]