दो समान आवेशित कण जिनमें से प्रत्येक का द्रव्यमान $10\,g$ तथा आवेश $2.0 \times 10^{-7}\,C$ कूलाम है, एक क्षैतिज मेज पर $L$ दूरी पर सीमित संतुलन की स्तिथि में स्थित है। यदि प्रत्येक कण और मेज के मध्य घर्षण गुणांक $0.25$ है तो $L$ का मान $........$ $\left[ g =10\,ms ^{-2}\right]$
$12$
$10$
$8$
$5$
आवेशित गोलीय संधारित्र के दो गोलों के मध्य विद्युत क्षेत्र का परिणाम
विद्युत आवेशों के मध्य लगने वाले बलों से सम्बन्धित नियम है
दो समान आवेश $Q$ परस्पर कुछ दूरी पर रखे हैं इनको मिलाने वाली रेखा के केन्द्र पर $q$ आवेश रखा गया है। तीनों आवेशों का निकाय सन्तुलन में होगा यदि $q$ का मान हो
$5\,\mu C , 0.16\,\mu C$ और $0.3\,\mu C$ परिमाण के तीन बिन्दु आवेश, एक समकोण त्रिभुज के कोनों $A , B$ और $C$ पर क्रमश: रखें है, जिसकी भुजाऐं $AB =3\,cm$, $BC =3 \sqrt{2}\,cm$ और $CA =3\,cm$ है, एवं $A$ बिन्दु उसके समकोण वाले कोने पर है। बिन्दु $A$ पर रखा आवेश, बाकी दो आवेशों के कारण $.......N$ के स्थिर वैद्युत बल का अनुभव
$ABC$ एक समकोण त्रिभुज है, जिसमें $AB = 3\,$ सेमी तथा $BC = 4$ सेमी है। बिन्दु $A$, $B$ और $C$ पर क्रमश: $ + 15,\; + 12$ और $ - 20\,$ स्थिर वैद्युत मात्रक (esu) के आवेश स्थित हैं। बिन्दु $B$ पर स्थित आवेश पर लगने वाला बल.......डायन होगा