दो बिन्दु आवेश $20\,\mu \,C$ एवं $80\,\mu \,C$ एक-दूसरे से $10\,cm$ की दूरी पर रखे हैं। इन दोनों को जोड़ने वाली रेखा पर $20\,\mu \,C$ से कितनी दूरी पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता शून्य.......$m$ होगी
$0.1$
$0.04$
$0.033$
$0.33$
$A, B$ और $C$ आवेशित कण, जिन पर आवेश क्रमश : $-4 q, 2 q$ तथा $-2 q$ है, $d$ त्रिज्या के एक वृत की परिधि पर रखे हुए है। कण $A , C$ और वृत का केन्द्र $O$ एक समबाहु त्रिभुज बनाते हैं। (चित्र देखें)। तब $O$ पर $x$-दिशा में विधुत क्षेत्र का मान है :
दो आवेश $q$ व $3 q$ वायु में ' $r$ ' दूरी पर स्थित है। $\mathrm{q}$ आवेश से $\mathrm{x}$ दूरी पर परिणामी वैद्युत क्षेत्र शून्य है। $\mathrm{x}$ का मान है
दो बिन्दु आवेश $-q$ एवं $+q/2$ क्रमश: मूल बिन्दु एवं बिन्दु $(a, 0, 0)$ पर रखे हैं। $X$ - अक्ष पर किस बिन्दु पर विद्युत क्षेत्र शून्य होगा
मूल बिन्दु पर $10 \mu \mathrm{C}$ का एक बिन्दु आवेश रखा है। $\mathrm{x}$ अक्ष के कौनसे स्थान पर $40 \mu \mathrm{C}$ का बिन्दु आवेश रखने पर $\mathrm{x}=2 \mathrm{~cm}$ पर कुल वैद्युत क्षेत्र शून्य होगा-
एक गुटका एक स्प्रिंग (बल नियतांक $k$) की सहायता से एक सामान्तर प्लेट संधारित्र की ऊपरी प्लेट से चित्रानुसार लटका है। जब गुटके पर कोई आवेश नहीं है, तब इसका आवर्तकाल $T$ है। यदि गुटके को $q $ आवेश दे दिया जाये तब इसमें दोलनों का आवर्तकाल होगा