किसी तरंग के तरंगाग्र की दिशा, तरंग गति के
समान्तर होती है
लम्बवत् होती है
विपरीत होती है
$\theta$ कोण पर होती है
तरंगाग्र से तात्पर्य है
हाइगन की तरंगाग्र रचना से क्या नहीं समझाया जा सकता
हाइगन तरंग सिद्धांत से ज्ञात हो सकता है
किसी बिन्दुवत् स्रोत से निकलने वाली अपसारी किरणों से बनने वाला तरंगाग्र होता है