$CsCl$ के अन्त: केन्द्रित संरचना के केन्द्र पर स्थित $Cl^{-}$ आयन पर कुल बल है
शून्य
$k{e^2}/{a^2}$
$k{e^2}{a^2}$
आँकड़े अपर्याप्त हैं
समान त्रिज्या के दो धातु के गोलाकार हैं, परन्तु एक ठोस एवं दूसरा खोखला है, तो
एक $V$ वोल्ट तक आवेशित समान्तर प्लेट संधारित्र की प्लेटों $A$ तथा $B$ के बीच दो प्रोटॉन चित्रानुसार स्थित है। प्रोटॉनों पर बल ${F_A}$ तथा ${F_B}$ है, तो
यदि दो आवेशों के मध्य वायु के स्थान पर $K$ परावैद्युतांक वाला माध्यम भर दिया जाये तो उनके मध्य लगने वाला अधिकतम आकर्षण बल
चार आवेश $Q_1, Q_2, Q_3$, तथा $Q_4$, जिनका मान समान है, $x$ अक्ष के अनुदिश क्रमशः $x=-2 a,-a,+a$ तथा $+2 a$ पर रखे हैं। एक अन्य धनावेश $q,+y$ अक्ष पर $b > 0$ दूरी पर रखा है। आवेशों के चिहृन (sign) के चार विकल्प सूची-$I$ में दिए है। आवेश $q$ पर लगने वाले बलों की दिशा सूची-$II$ में दी गई है। सूची-$I$ को सूची-$II$ से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिये गए कोड का प्रयोग करके सही विकल्प चुनिए :
सूची-$I$ | सूची-$II$ |
$P.$ $\quad Q _1, Q _2, Q _3, Q _4$, सभी धनावेश है। | $1.\quad$ $+ x$ |
$Q.$ $\quad Q _1, Q _2$ धनावेश है $Q _3, Q _4$ ॠणावेश है। | $2.\quad$ $-x$ |
$R.$ $\quad Q _1, Q _4$ धनावेश है $Q _2, Q _3$ ॠणावेश है। | $3.\quad$ $+ y$ |
$S.$ $\quad Q _1, Q _3$ धनावेश है $Q _2, Q _4$ ॠणावेश है। | $4.\quad$ $-y$ |
दो समान त्रिज्याओं तथा क्रमश: $ + 10\,\mu C$ व $ - 20\,\mu C$ आवेश वाले दो छोटे गोलीय चालक एक दूसरे से $R$ दूरी पर रखे जाने पर ${F_1}$ बल अनुभव करते हैं। यदि उनके सम्पर्क में लाकर पुन: उसी दूरी तक पृथक कर देते हैं तो वे ${F_2}$ बल अनुभव करते हैं। ${F_1}$ का ${F_2}$ से अनुपात होगा