सोडियम हाइड्रोजनकार्बोनेट के विलयन को गर्म करने पर क्या होगा? इस अभिक्रिया के लिए समीकरण लिखिए।
When a solution of sodium hydrocarbonate (sodium hydrogencarbonate) is heated, sodium carbonate and water are formed with the evolution of carbon dioxide gas.
$\underset{\begin{smallmatrix}
\,\,\,\,\,\,\,\,\,\,\,\text{Sodium} \\
\text{hydrogencarbonate}
\end{smallmatrix}}{\mathop{2NaHC{{O}_{3}}}}\,\xrightarrow{\Delta }\,$ $\underset{\begin{smallmatrix}
\text{Sodium} \\
\text{carbonate}
\end{smallmatrix}}{\mathop{N{{a}_{2}}C{{O}_{3}}}}\,\,+\underset{\text{Water}}{\mathop{{{H}_{2}}O}}\,\,+\,\underset{\begin{smallmatrix}
\text{Carbon} \\
\text{dioxide}
\end{smallmatrix}}{\mathop{C{{O}_{2}}}}\,\uparrow $
धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर सामान्यतः कौन सी गैस निकलती है? एक उदाहरण के द्वारा समझाइए। इस गैस की उपस्थिति की जाँच आप कैसे करेंगे?
$HCl , HNO _{3}$ आदि जलीय विलयन में अम्लीय अभिलक्षण क्यों प्रदर्शित करते हैं, जबकि ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोज़ जैसे यौगिकों के विलयनों में अम्लीयता के अभिलक्षण नहीं प्रदर्शित होते हैं?
जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार अम्लीय क्यों नहीं होता है?
जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन में आधिक्य क्षारक मिलाते हैं तो हाइड्रॉक्साइड आयन $\left( OH ^{-}\right)$ की सांद्रता कैसे प्रभावित होती है?
परखनली $'A'$ एवं $'B'$ में समान लंबाई की मैग्नीशियम की पट्टी लीजिए। परखनली $'A'$ में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल $( HCl )$ तथा परखनली $'B'$ में ऐसिटिक अम्ल $\left( CH _{3} COOH \right)$ डालिए। दोनों अम्लों की मात्रा तथा सांद्रता समान हैं। किस परखनली में अधिक तेज़ी से बुदबुदाहट होगी तथा क्यों?