जब कोई कण एकसमान वृत्तीय गति करता है, तो उसमें होता है
त्रिज्यीय वेग तथा त्रिज्यीय त्वरण
स्पर्श रेखीय वेग तथा त्रिज्यीय त्वरण
स्पर्श रेखीय वेग तथा स्पर्श रेखीय त्वरण
त्रिज्यीय वेग तथा स्पर्श रेखीय त्वरण
एक बेलनाकार पात्र आंशिक रूप से जल से भरा हुआ है। इसे इसकी ऊध्र्वाधर केन्द्रीय अक्ष के परित: घुमाया जाता है। जल की सतह
$160\, m$ त्रिज्या वाले वक्र मार्ग पर $400 \,m/s$ चाल से गति करती हुई रेलगाड़ी का त्वरण होगा
एक कण $\frac{20}{\pi}$ मीटर त्रिज्या वाले वृत्तीय यहा पर एक समान त्वरण से चलता है। यदि गति शुरू होने के बाद दूसरे चक्कर के खत्म होने पर कण का वेग $80$ मी/सेकंड है, तो इसका स्पर्शरखीय त्वरण ......... $\,m{s^{ - 2}}$ है |
एक पहिया $9.5$ किलोमीटर की दूरी तय करने में $2000$ चक्कर लगाता है। पहिए का व्यास है
किसी वृत्त की परिधि पर गतिमान एक पिण्ड का कोणीय त्वरण होगा :